गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हालांकि इस बार वजह उनकी कोई नई एल्बम या फिल्म नहीं, बल्कि एक रहस्यमयी इंस्टाग्राम स्टोरी है, जिसने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। दिलजीत ने हाल ही में अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा — “रिलीज़ से पहले सेंसर किया गया?”। यह संक्षिप्त लेकिन गूढ़ संदेश ऐसे समय पर सामने आया है जब वह अपनी आने वाली पंजाबी फिल्म ‘सरदार जी 3’ में पाकिस्तानी अभिनेत्री हनिया आमिर को कास्ट करने को लेकर आलोचनाओं के घेरे में हैं।
क्या यह इशारा ‘पंजाब 95’ की ओर है?
इस रहस्यमयी पोस्ट को देखकर कई लोगों का मानना है कि दिलजीत का यह संदेश उनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘पंजाब 95’ से जुड़ा हो सकता है, जो मानवाधिकार कार्यकर्ता जसवंत सिंह खालरा के जीवन पर आधारित है। यह फिल्म 1990 के दशक के दौरान पंजाब में सिख युवाओं के फर्ज़ी एनकाउंटर और न्यायेतर हत्याओं पर प्रकाश डालती है।
‘पंजाब 95’ को सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिलने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। खबरों के अनुसार, सेंसर बोर्ड ने फिल्म में 120 कट्स लगाने को कहा था, जिस पर खालरा की विधवा परमजीत कौर खालरा ने तीखी आपत्ति जताई थी। उन्होंने साफ तौर पर कहा, “यह फिल्म हमारे परिवार की सहमति से बनाई गई है, इसलिए इसे बिना किसी कट के रिलीज़ किया जाना चाहिए।”
इस साल जनवरी में दिलजीत की टीम और फिल्म के निर्माता हनी त्रेहान ने यह घोषणा की थी कि फिल्म अपनी तय तारीख 7 फरवरी को रिलीज़ नहीं होगी। उन्होंने इसके पीछे “हमारे नियंत्रण से परे परिस्थितियाँ” बताई थीं।
‘सरदार जी 3’ को लेकर बढ़ी विवाद की आग
दिलजीत दोसांझ की प्रसिद्ध हॉरर-कॉमेडी फ्रैंचाइज़ी का तीसरा भाग ‘सरदार जी 3’ भी चर्चा में है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि यह फिल्म भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज़ नहीं की जा रही है। इसकी बजाय इसका प्रीमियर विदेशों में 27 जून को होगा।
इस निर्णय के पीछे भी विवाद है — दरअसल, फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री हनिया आमिर की कास्टिंग को लेकर भारत में नाराज़गी जताई जा रही है, खासकर ऐसे समय में जब भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव है।
हनिया आमिर की कास्टिंग पर उठे सवाल
पिछले दिनों पहलगाम आतंकी हमले के बाद, कई पाकिस्तानी कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट भारत में ब्लॉक कर दिए गए, जिनमें हनिया आमिर, माहिरा खान, सनम सईद और अली ज़फ़र जैसे नाम शामिल हैं। हनिया को कथित रूप से भारत-विरोधी बयान देने के लिए आलोचना झेलनी पड़ी थी, जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर उन्हें और दिलजीत दोसांझ को जमकर ट्रोल किया गया।
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) जैसी फिल्म संस्थाओं ने भी इस पर कड़ा रुख अपनाया है और दोहराया है कि भारतीय प्रोडक्शंस में पाकिस्तानी कलाकारों को काम नहीं देना चाहिए।
सीमाओं से परे सोचने की वकालत करते हैं दिलजीत
हाल ही में रिकॉर्डिंग अकादमी के अध्यक्ष पनोस ए. पानाय के साथ एक साक्षात्कार में दिलजीत ने कहा था कि संगीत राष्ट्रों को जोड़ने का माध्यम है। उन्होंने कहा, “देश युद्ध की स्थिति में हो सकते हैं, लेकिन इन चीज़ों पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं होता। संगीत एक ऐसी चीज़ है जो लोगों को जोड़ती है। मैं इसे ईश्वर की देन मानता हूं कि मैं इसका हिस्सा हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “हमें राष्ट्रों से आगे बढ़कर धरती माता को देखना चाहिए। ये सभी सीमाएं सिर्फ एक ही धरती का हिस्सा हैं और हम सभी उसी के संतान हैं।” अपने गुरु द्वारा सिखाई एक पंक्ति का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “हम आदमी हैं एक दामी” — यानी “हम इंसान बहुत थोड़े समय के लिए इस धरती पर हैं।”
दिलजीत का यह संदेश इस बात की ओर इशारा करता है कि वह एकता और प्रेम के पक्षधर हैं, चाहे सीमाएं कैसी भी हों। हालांकि, मौजूदा विवाद और सेंसरशिप की बहस के बीच उनकी यह सोच कितनी सराही जाती है, यह तो वक्त ही बताएगा।
दिलजीत दोसांझ की इंस्टाग्राम स्टोरी, ‘पंजाब 95’ की रिलीज़ में देरी और ‘सरदार जी 3’ में पाकिस्तानी कलाकार की कास्टिंग — इन सबने मिलकर उन्हें फिर से विवादों के केंद्र में ला खड़ा किया है। अब देखना यह होगा कि दर्शक और फिल्म इंडस्ट्री इस पूरे घटनाक्रम पर क्या रुख अपनाते हैं।