नई घोषणा से अमेरिका-यूरोप व्यापार संबंधों में आ सकती है नई दरार
वॉशिंगटन – अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को घोषणा की कि उनका प्रशासन जल्द ही यूरोपीय संघ (ईयू) से आयातित वस्तुओं पर 25% का टैरिफ लगाएगा। कैबिनेट की बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा, “हमने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है और इसकी घोषणा बहुत जल्द की जाएगी। यह दर आम तौर पर 25% होगी और यह कारों समेत कई अन्य चीजों पर लागू होगी।”
अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापारिक असंतुलन
अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच लंबे समय से व्यापार असंतुलन को लेकर विवाद बना हुआ है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि मौजूदा व्यापारिक नियम अमेरिकी कंपनियों के लिए नुकसानदायक हैं और यूरोपीय संघ को अनुचित लाभ देते हैं।
वर्तमान स्थिति में, यूरोपीय संघ अमेरिका से आयातित यात्री वाहनों पर 10% टैरिफ लगाता है, जबकि अमेरिका केवल 2.5% टैरिफ लागू करता है। इस असमानता के कारण अमेरिकी वाहन निर्माता कंपनियों को यूरोपीय बाजार में प्रतिस्पर्धा करने में कठिनाई होती है। ट्रंप प्रशासन का मानना है कि इस असंतुलन को दूर करने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।
वैट प्रणाली भी बनी चिंता का विषय
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधियों ने यूरोप की मूल्य वर्धित कर (वैट) नीति को भी अनुचित बताया है। यूरोपीय संघ के अधिकांश देश न्यूनतम 17.5% वैट लगाते हैं, जिससे अमेरिकी निर्यातकों के लिए यूरोप में व्यापार करना महंगा पड़ता है। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि इस कर प्रणाली के कारण अमेरिकी उत्पाद यूरोपीय बाजार में अधिक महंगे हो जाते हैं, जिससे उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता प्रभावित होती है।
व्यापार संतुलन बनाने की रणनीति
नई टैरिफ नीति को ट्रंप प्रशासन की उस व्यापक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसका उद्देश्य अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार संतुलन को बेहतर बनाना है। व्हाइट हाउस के अधिकारियों के अनुसार, “यह कदम अमेरिकी उद्योग को समर्थन देने और वैश्विक व्यापार में निष्पक्षता लाने के लिए आवश्यक है।”
हालांकि, यूरोपीय संघ की ओर से इस प्रस्तावित टैरिफ पर कड़ी प्रतिक्रिया आने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह व्यापार युद्ध को और गहरा कर सकता है और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव डाल सकता है।