अंबाती रायडू का मानना है कि विराट कोहली जिस टीम में खेलते हैं, उसमें युवाओं को कोहली जैसे बल्लेबाज़ी सुपरस्टार के समान मानकों पर नहीं परखा जाना चाहिए। रायडू कहते हैं कि कोहली चाहते हैं कि उनके साथी खिलाड़ी भी उन्हीं के स्तर का प्रदर्शन करें, जोकि बहुत मुश्किल है।
रायडू ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, “जब आपके पास विराट कोहली जैसा महान खिलाड़ी हो, जिसने खेल में उच्च मानक स्थापित किए हैं, तो युवाओं के लिए उनके मानकों से मेल खाना बहुत कठिन होता है क्योंकि वह चाहते हैं कि उनकी टीम भी उन्हीं के स्तर की हो।”
इंग्लैंड के मशहूर खिलाड़ी केविन पीटरसन भी इस चर्चा का हिस्सा थे। उन्होंने बीच में कहा कि इस स्तर की अपेक्षाएं “युवाओं के लिए अच्छी होनी चाहिए।”
रायडू ने तर्क दिया कि “कभी-कभी टीम में विराट कोहली बनने की कोशिश करना बोझ बन जाता है, क्योंकि कोई भी विराट कोहली नहीं बन सकता।”
जब मेजबान ने कोहली के रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टीम के साथी रजत पाटीदार का उदाहरण दिया, तो रायडू ने जवाब दिया कि टीम में ऐसे खिलाड़ियों की ज़रूरत है जिनकी अपनी पहचान हो। उन्होंने कहा, “पाटीदार सिर्फ़ पाटीदार हो सकते हैं, विराट कोहली नहीं। आरसीबी को समझना चाहिए कि आपके पास 11 विराट कोहली नहीं हो सकते। आपको एक विराट कोहली और 10 अन्य खिलाड़ी चाहिए, जो अपनी पहचान, ताकत और कमजोरी के साथ खेलें। आपको खिलाड़ियों से यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि वे पहले ही सीज़न में मैच जिता दें। उन्हें समय और थोड़ी छूट देने की ज़रूरत है ताकि वे मैच-विजेता बन सकें।”
रायडू ने सुझाव दिया कि कोहली को युवाओं से उम्मीदों का स्तर थोड़ा कम करना चाहिए और उनकी गलतियों पर नरम रुख अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा, “प्रबंधन का एक काम है और विराट कोहली को भी युवाओं को निखारने और गलती करने पर उन्हें माफ करने के मामले में अपने मानकों को थोड़ा आसान बनाना चाहिए।”
आईपीएल 2024 में कोहली ने 61.75 की औसत और 154.70 की स्ट्राइक-रेट से 741 रन बनाकर ऑरेंज कैप जीती। अब उनका ध्यान 1 जून से शुरू होने वाले 2024 टी20 विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व करने पर होगा।