Tuesday, February 25, 2025

विदेशी बाजारों में बिकवाली के बीच भारतीय बेंचमार्क सूचकांक सपाट खुलने की संभावना

विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और कमजोर वैश्विक धारणा के चलते पिछले सत्र में गिरावट के बाद मंगलवार को भारतीय बेंचमार्क सूचकांकों में मामूली उतार-चढ़ाव की संभावना है। भारतीय समयानुसार सुबह 07:39 बजे GIFT निफ्टी वायदा 22,582.5 पर कारोबार कर रहा था, जो यह संकेत देता है कि ब्लू-चिप निफ्टी 50 सोमवार के बंद स्तर 22,553.35 के करीब खुलेगा।

शुरुआती कारोबार में एशियाई बाजारों में गिरावट देखने को मिली, जिसमें MSCI एशिया (जापान को छोड़कर) 1.2% लुढ़क गया। यह गिरावट अमेरिकी बाजारों में रातभर आई कमजोरी को दर्शाती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की इस टिप्पणी कि कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ “समय पर और तय समय पर” लागू किए जाएंगे, तथा रणनीतिक क्षेत्रों में चीनी निवेश को प्रतिबंधित करने का उनका निर्णय, निवेशकों की भावनाओं को प्रभावित करने वाले नए कारक बने।

सोमवार को लगातार पांचवें सत्र में भारतीय बेंचमार्क सूचकांक गिरकर लगभग आठ महीने के निचले स्तर पर बंद हुए। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की लगातार बिकवाली और अमेरिका में आर्थिक विकास दर की मंदी की आशंकाओं ने घरेलू निवेशकों की चिंता बढ़ा दी।

बड़ी बिकवाली का दबाव

एफपीआई ने सोमवार को 62.87 बिलियन रुपये (724.9 मिलियन डॉलर) के शेयर बेच डाले। यह पिछले छह हफ्तों में भारतीय इक्विटी बाजार से सबसे बड़ी एकल-दिवसीय निकासी रही, जैसा कि अनंतिम आंकड़ों से पता चलता है।

फरवरी में अब तक विदेशी निवेशकों ने 3.12 बिलियन डॉलर के शेयर बेचे हैं, जबकि अक्टूबर 2024 से शुरू हुई बिकवाली के चलते कुल 24 बिलियन डॉलर की निकासी हो चुकी है।

सितंबर के अंत में अपने रिकॉर्ड उच्चतम स्तर को छूने के बाद से बेंचमार्क इंडेक्स 14% तक गिर चुके हैं। यह लगातार पांचवें महीने घाटे की ओर बढ़ रहे हैं, जो 1996 के बाद पहली बार हुआ है।

ध्यान देने योग्य शेयर

  • ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्प (ONGC): कंपनी अपनी सहायक इकाई ONGC ग्रीन में राइट्स इश्यू के जरिए 12 बिलियन रुपये का निवेश करेगी।
  • भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी: इसके शेयरधारकों ने इक्विटी शेयरों के योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (QIP) के जरिए 50 बिलियन रुपये तक जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
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