भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने यह दावा करके एक नया विवाद खड़ा कर दिया है कि बैंकों ने उनसे दोगुने से भी अधिक कर्ज वसूल लिया है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में माल्या ने कहा कि बैंकों ने उनसे ₹14,131.60 करोड़ वसूल किए हैं, जबकि ऋण वसूली न्यायाधिकरण (DRT) ने किंगफ़िशर एयरलाइंस (KFA) के कर्ज को ₹6,203 करोड़ बताया था, जिसमें ₹1,200 करोड़ ब्याज शामिल था।
उनकी यह टिप्पणी संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा उनकी ज़ब्त संपत्तियों से ₹14,130 करोड़ से अधिक की वसूली के बयान के बाद आई है।
माल्या ने क्या कहा?
X (पहले ट्विटर) पर पोस्ट की एक श्रृंखला में माल्या ने तर्क दिया कि जब तक प्रवर्तन निदेशालय (ED) और बैंक कानूनी रूप से अतिरिक्त वसूली को सही नहीं ठहरा सकते, तब तक वह राहत पाने के हकदार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कर्ज और ब्याज का पूरा भुगतान करने के बावजूद उन्हें “आर्थिक अपराधी” करार दिया गया, जो गलत है।
माल्या ने लिखा,
“ऋण वसूली न्यायाधिकरण ने केएफए के ऋण को ₹6,203 करोड़ पर आंका है, जिसमें ₹1,200 करोड़ का ब्याज शामिल है। वित्त मंत्री ने संसद में घोषणा की कि ईडी के माध्यम से बैंकों ने ₹6,203 करोड़ के निर्णयित ऋण के मुकाबले मुझसे ₹14,131.6 करोड़ वसूल किए हैं और मैं अभी भी एक आर्थिक अपराधी हूँ। जब तक ईडी और बैंक कानूनी रूप से यह उचित नहीं ठहरा सकते कि उन्होंने दोगुने से अधिक राशि कैसे वसूली, मैं राहत पाने का हकदार हूँ, जिसके लिए मैं प्रयास करूँगा।”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान
मंगलवार को लोकसभा में अनुदानों की अनुपूरक मांगों पर बहस के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि विजय माल्या की ₹14,131.6 करोड़ मूल्य की संपत्तियों को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को वापस कर दिया गया है।
निर्मला सीतारमण ने कहा,
“केंद्रीय प्रवर्तन एजेंसी ने प्रमुख मामलों में लगभग ₹22,280 करोड़ की संपत्तियों को सफलतापूर्वक बहाल किया है।”
विजय माल्या की स्थिति
मार्च 2016 में यूके भाग गए माल्या भारत में वांछित हैं। उन पर किंगफ़िशर एयरलाइंस द्वारा लिए गए ₹9,000 करोड़ के ऋण को चुकाने में चूक का आरोप है। भारत ने माल्या के प्रत्यर्पण की मांग की है, लेकिन उन्हें अब तक यूके में कानूनी सुरक्षा मिलती रही है।
अपनी पोस्ट में माल्या ने सरकार और जनता से सवाल करते हुए कहा,
“क्या कोई भी, जिसमें मुझे खुलेआम गाली देने वाले लोग भी शामिल हैं, खड़े होकर इस घोर अन्याय पर सवाल उठाएंगे?”
उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने कभी किसी से कोई पैसा उधार नहीं लिया और न ही किसी भी प्रकार की धनराशि का गबन किया।