दिग्गज अभिनेता दिल्ली गणेश का अंतिम संस्कार सोमवार सुबह चेन्नई में हुआ। भारतीय वायुसेना के सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। वायुसेना के कर्मियों ने दिल्ली गणेश को IAF का ध्वज ओढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। 80 वर्षीय दिल्ली गणेश फिल्म उद्योग में अपने करियर की शुरुआत करने से पहले वायुसेना में अधिकारी थे। 9 नवंबर को उम्र से जुड़ी बीमारियों के चलते उनका निधन हो गया। उनके बेटे महा देवन ने इस खबर की पुष्टि करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “हमें यह बताते हुए अत्यंत दुख हो रहा है कि हमारे पिता श्री दिल्ली गणेश का 9 नवंबर की रात करीब 11 बजे निधन हो गया।”
उनके निधन की खबर से प्रशंसकों, फिल्म जगत और राजनीति के क्षेत्र की कई हस्तियों ने गहरा शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर एक संदेश साझा करते हुए लिखा, “दिग्गज फिल्मी हस्ती थिरु दिल्ली गणेश जी के निधन से बहुत दुखी हूं। हर भूमिका में गहराई लाने और विभिन्न पीढ़ियों के दर्शकों से जुड़ने की उनकी क्षमता को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। ओम शांति।” सुपरस्टार रजनीकांत ने भी अपने एक्स अकाउंट पर संदेश साझा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी, “मेरे दोस्त दिल्ली गणेश एक अद्भुत व्यक्ति और अद्भुत अभिनेता थे। उनके निधन की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। ओम शांति।”
तमिल सिनेमा में गणेश के असाधारण योगदान को व्यापक रूप से सराहा गया। उन्हें ‘पासी’ (1979) में अपने प्रदर्शन के लिए तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार में विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके साथ ही, 1994 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने उन्हें प्रतिष्ठित कलैमामणि पुरस्कार से सम्मानित किया। अपने करियर के बाद के चरणों में उन्होंने टेलीविजन और लघु फिल्मों में भी काम किया और अपनी अनोखी शैली से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। खासकर शॉर्ट फिल्म ‘व्हाट इफ बैटमैन वाज फ्रॉम चेन्नई’ में अल्फ्रेड पेनीवर्थ के रूप में उनकी भूमिका को खूब सराहा गया, जिसमें उन्होंने छोटी सी भूमिका में भी गहराई दिखाने की अपनी क्षमता को दर्शाया।
दिल्ली गणेश को आखिरी बार कमल हासन की फिल्म ‘इंडियन 2’ में स्वास्थ्य सचिव कृष्ण मोहन के किरदार में देखा गया था।