अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने बताया है कि मौजूदा सरकार की नीतियों से 54 कंपनियों को सीधा लाभ हो सकता है। इस सूची में पूंजीगत व्यय और बुनियादी ढांचे से जुड़ी कई सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां (पीएसयू) शामिल हैं, जिन्हें ब्रोकरेज फर्म ने “मोदी स्टॉक्स” नाम दिया है। ये नाम इस आधार पर दिया गया है कि अगर बीजेपी सत्ता में वापस आती है तो इन कंपनियों में तेजी आ सकती है।
सीएलएसए ने कहा कि “मोदी स्टॉक्स” ने निफ्टी से बेहतर प्रदर्शन किया है और यह ट्रेंड जारी रह सकता है, खासकर अगर मौजूदा सरकार मजबूत बहुमत के साथ सत्ता में लौटती है। इन कंपनियों में एलएंडटी, एनटीपीसी, एनएचपीसी, पीएफसी, ओएनजीसी, आईजीएल और महानगर गैस शामिल हैं। ब्रोकरेज का मानना है कि पीएसयू स्टॉक्स में जून या जुलाई तक तेजी जारी रह सकती है। पिछले दो चुनावों में भी ऐसा ही पैटर्न देखने को मिला था, जब चुनाव नतीजों के बाद पीएसयू में तेजी आई थी।
सीएलएसए ने यह भी कहा कि एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और इंडसइंड बैंक जैसे बैंकों में भी वृद्धि की संभावना है और उनके शेयरों में भी तेजी आ सकती है।
ब्रोकरेज द्वारा हाइलाइट किए गए अन्य स्टॉक्स में अशोक लीलैंड, अल्ट्राटेक, एलएंडटी, बजाज फाइनेंस, मैक्स फाइनेंशियल्स, ज़ोमैटो और डीमार्ट शामिल हैं। दूरसंचार से जुड़े क्षेत्रों में भारती एयरटेल, इंडस टावर्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज सीएलएसए की शीर्ष पसंद हैं।