Friday, October 24, 2025

रूसी सेना ने सीमावर्ती गांवों पर कब्ज़ा किया, बमबारी में आई अस्थायी कमी

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में एक नया मोड़ सामने आया है। रूसी सेना ने उत्तरपूर्वी यूक्रेन के सुमी क्षेत्र में चार सीमावर्ती गांवों पर कब्ज़ा कर लिया है। यह जानकारी मंगलवार को एक स्थानीय अधिकारी ने दी। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस कार्रवाई को लेकर कहा है कि उन्होंने सीमा पर एक “सुरक्षा बफर ज़ोन” स्थापित करने का आदेश दिया है।

इस घटनाक्रम के बीच, हाल के दिनों में जो बमबारी तेज़ हुई थी, वह फिलहाल कुछ धीमी पड़ी है। सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक रूसी ड्रोन हमलों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई, और कम संख्या में यूक्रेनी शहरों को निशाना बनाया गया।

हालांकि, अमेरिका के नेतृत्व में महीनों से चल रहे शांति वार्ता प्रयासों के बावजूद, रूस का हमला थमने के कोई संकेत नहीं दे रहा है। इस महीने की शुरुआत में तुर्की में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच तीन वर्षों में पहली बार आमने-सामने की वार्ता हुई थी, लेकिन उसका कोई ठोस परिणाम नहीं निकल सका। केवल एक बड़े पैमाने पर कैदी अदला-बदली ही वार्ता का एकमात्र मूर्त परिणाम रहा।

रूसी हमलों की तीव्रता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार और रविवार के बीच रूस ने लगभग 900 ड्रोन यूक्रेन पर छोड़े। रविवार की रात रूस ने युद्ध के तीन वर्षों में सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया, जिसमें 355 ड्रोन लॉन्च किए गए।

यूक्रेनी वायु सेना ने मंगलवार को जानकारी दी कि सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक रूस ने 60 ड्रोन दागे। दूसरी ओर, रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसकी वायु रक्षा प्रणाली ने सात रूसी क्षेत्रों में 99 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया।

रविवार को हुए इस बड़े हमले ने अमेरिकी राजनीति में भी हलचल मचा दी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और पुतिन को “पागल” कह दिया। इस टिप्पणी पर क्रेमलिन ने आपत्ति जताई। प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने सोमवार को ट्रम्प की टिप्पणी को “भावनात्मक प्रतिक्रिया” करार दिया। हालांकि मंगलवार को उन्होंने कुछ नरम लहजे में बात करते हुए अमेरिकी शांति प्रयासों की सराहना की और कहा कि “अमेरिकियों और राष्ट्रपति ट्रम्प ने संतुलित दृष्टिकोण अपनाया है।”

सुमी क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख ओलेह ह्रीहोरोव ने कहा कि रूसी सेना ने चार गांवों पर कब्ज़ा कर लिया है और अब गहराई में घुसने की कोशिश कर रही है। उन्होंने बताया कि यूक्रेनी सेना मोर्चा संभाल रही है और कब्ज़े वाले गांवों से नागरिकों को पहले ही सुरक्षित निकाल लिया गया है। अभी के लिए आम लोगों पर कोई तात्कालिक खतरा नहीं है।

बीते सप्ताह पुतिन ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र का दौरा किया था, जो यूक्रेनी सीमा से सटा हुआ है। यह यात्रा मास्को द्वारा यह दावा करने के बाद हुई कि उसने यूक्रेनी सेना को उस क्षेत्र से पीछे धकेल दिया है। हालांकि कीव ने इस दावे को खारिज किया है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष अगस्त में यूक्रेनी सेना ने कुर्स्क में कुछ इलाकों पर कब्ज़ा कर लिया था।

पुतिन ने एक बार फिर दोहराया कि यूक्रेनी घुसपैठ के चलते रूस की लंबी सीमा असुरक्षित बनी हुई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने सेना को आदेश दिया है कि वह एक “सुरक्षा बफर ज़ोन” बनाए, जिससे यूक्रेनी हमलों से सीमा क्षेत्रों की रक्षा की जा सके। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह बफर ज़ोन किस क्षेत्र में और कितनी दूरी तक फैला होगा।

एक साल पहले भी पुतिन ने उत्तरपूर्वी खार्किव क्षेत्र में एक बफर ज़ोन बनाने की बात कही थी, जिससे रूस के बेलगोरोड सीमा क्षेत्र को यूक्रेनी हमलों से सुरक्षित किया जा सके — वह क्षेत्र जहां बार-बार होने वाले हमलों ने क्रेमलिन की स्थिति को असहज किया है।

इस घटनाक्रम से साफ है कि युद्ध विराम की उम्मीदें अभी धूमिल हैं और दोनों देशों के बीच तनातनी आगे भी जारी रह सकती है।

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