रिलायंस रिटेल वेंचर्स की फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) शाखा रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) आने वाले 12 से 15 महीनों में 6,000 से 8,000 करोड़ रुपये तक का निवेश करेगी। यह निवेश कंपनी की पेय पदार्थ निर्माण क्षमता के विस्तार के लिए किया जाएगा। यह जानकारी द इकोनॉमिक टाइम्स की एक हालिया रिपोर्ट में दी गई है।
यह निवेश रिलायंस द्वारा उपभोक्ता उत्पाद क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा पूंजीगत व्यय माना जा रहा है। इसका उद्देश्य पूरे भारत में 10 से 12 नई निर्माण इकाइयों की स्थापना करना है, जिनमें ग्रीनफील्ड प्लांट और को-पैकिंग सुविधाएं शामिल होंगी। इन इकाइयों का संचालन रिलायंस अपने साझेदारों के साथ मिलकर करेगी।
इस कदम का मकसद प्रमुख वैश्विक ब्रांडों जैसे कोका-कोला और पेप्सिको के साथ-साथ क्षेत्रीय ब्रांडों को कड़ी प्रतिस्पर्धा देना है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस नए निवेश का एक बड़ा हिस्सा संयुक्त उद्यमों (Joint Ventures) में लगाया जाएगा।
इस साल की शुरुआत में RCPL ने जेरिको फूड्स एंड बेवरेजेज एलएलपी के साथ मिलकर गुवाहाटी में एक प्लांट शुरू किया था और वर्तमान में बिहार में एक और संयंत्र निर्माणाधीन है।
रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड की स्थापना 2022 में रिलायंस रिटेल की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में की गई थी। इसके पोर्टफोलियो में अब कैंपा कोला, सोसियो, स्पिनर, रसकिक और इंडिपेंडेंस जैसे लोकप्रिय पेय ब्रांड शामिल हैं। इसके अलावा कंपनी सिल, लोटस चॉकलेट और रावलगांव जैसे ब्रांडों के तहत पैकेज्ड खाद्य पदार्थ और व्यक्तिगत देखभाल उत्पाद भी बेचती है।
वर्तमान में कंपनी 18 संयंत्रों में पेय पदार्थों का उत्पादन कर रही है, जिनमें से सभी संयंत्र संयुक्त निवेश मॉडल पर आधारित हैं।
कंपनी का “स्पिनर” नामक एक स्पोर्ट्स ड्रिंक ब्रांड भी है, जिसे पूर्व श्रीलंकाई क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन के सहयोग से लॉन्च किया गया है। इसकी कीमत ₹10 रखी गई है और इसका उद्देश्य गेटोरेड और स्टिंग जैसे स्थापित ब्रांडों को चुनौती देना है। RCPL की मूल्य निर्धारण रणनीति उपभोक्ताओं को 20 से 40 प्रतिशत कम कीमत पर उत्पाद उपलब्ध कराने पर केंद्रित है, जिससे यह कम-कीमत उपभोक्ता बाजार को लक्षित करती है।
कंपनी का लक्ष्य है कि मार्च 2027 तक देशभर में अपने सभी उत्पादों की पहुंच सुनिश्चित की जाए, जबकि पेय पदार्थों की पहुंच मार्च 2026 तक 70 प्रतिशत कवरेज तक ले जाने का लक्ष्य है।
वित्त वर्ष 2024-25 में रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने ₹11,500 करोड़ का राजस्व अर्जित किया। इसके दो प्रमुख ब्रांड कैंपा और इंडिपेंडेंस ने मिलकर ₹1,000 करोड़ की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया, हालांकि गर्मियों की बिक्री पर मानसून की शुरुआती बारिश का कुछ असर देखने को मिला।
इस रणनीतिक निवेश के साथ रिलायंस भारतीय उपभोक्ता बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।