Saturday, June 29, 2024

राहुल गांधी होंगे लोकसभा में विपक्ष के नेता

कांग्रेस ने मंगलवार शाम घोषणा की कि पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता होंगे। इस फैसले की जानकारी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर इंडिया ब्लॉक के नेताओं की बैठक के बाद दी गई। पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को पत्र लिखकर इस फैसले की जानकारी दी है। अन्य पदाधिकारियों के बारे में बाद में फैसला किया जाएगा।

यह 10 साल में पहली बार होगा जब लोकसभा में विपक्ष का नेता होगा। कांग्रेस पिछले दो चुनावों में इस पद को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक 10 प्रतिशत सीटें (54) पाने में विफल रही थी। 2014 में कांग्रेस के पास 44 लोकसभा सदस्य थे और 2019 में 52, जबकि अब उसके पास 98 सदस्य हैं।

2014 में खड़गे को लोकसभा में कांग्रेस पार्टी का नेता बनाया गया था; 2019 में यह पद अधीर रंजन चौधरी को दे दिया गया था। विपक्ष के नेता के रूप में, राहुल सीबीआई निदेशक, केंद्रीय सतर्कता आयुक्त, मुख्य सूचना आयुक्त, एनएचआरसी के अध्यक्ष और सदस्यों तथा लोकपाल जैसे प्रमुख पदों पर नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समितियों में विपक्ष की आवाज होंगे।

खड़गे ने कहा, “18वीं लोकसभा में राहुल गांधी समाज के आखिरी व्यक्ति की आकांक्षाओं की आवाज बनेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर मुझे पूरा भरोसा है कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक और मणिपुर से महाराष्ट्र तक देश के कोने-कोने में घूम चुके एक नेता लोगों की आवाज उठाएंगे, खास तौर पर वंचितों और गरीबों की। कांग्रेस पार्टी न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के सिद्धांतों को कायम रखते हुए लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।”

8 जून को दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राहुल को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाने को कहा गया था। कांग्रेस ने तब कहा था कि राहुल इस पर विचार कर रहे हैं।

राहुल के इस पद को लेने के फैसले के साथ ही कांग्रेस और विपक्ष ने संकेत दिया है कि वे सदन में बीजेपी का आक्रामक तरीके से मुकाबला करेंगे। पार्टी के एक नेता ने कहा, “अगर वे विपक्ष के नेता नहीं बनते तो ऐसा लगता कि राहुल प्रधानमंत्री से मुकाबला करने के मौके से कतरा रहे हैं।”

हाल ही में पेपर लीक मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था और कहा था कि विपक्ष सदन में और अधिक मुखर होगा।

सोमवार को 18वीं लोकसभा सत्र के पहले दिन राहुल ने कहा कि विपक्ष ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह द्वारा संविधान पर हमला नहीं होने देगा।’ उन्होंने कहा, ‘मनोवैज्ञानिक रूप से बैकफुट पर नरेंद्र मोदी अपनी सरकार बचाने में लगे हैं…भारत का मजबूत विपक्ष अपना दबाव जारी रखेगा, लोगों की आवाज उठाएगा और प्रधानमंत्री को जवाबदेही के बिना भागने नहीं देगा।’

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