लोकप्रिय अभिनेता रवि मोहन ने हाल ही में अपने वैवाहिक जीवन से जुड़े विवादों और अफवाहों पर चुप्पी तोड़ते हुए एक भावनात्मक और गहन सार्वजनिक बयान जारी किया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके इस बयान में उन्होंने अपने संघर्ष, पीड़ा और सच्चाई के पक्ष में खड़े होने की बात की है।
सोशल मीडिया पर रवि की पोस्ट ने बटोरी सुर्खियाँ
रवि मोहन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म x (पूर्व में ट्विटर) पर एक लंबा प्रेस नोट साझा करते हुए कैप्शन में लिखा:
“इतने सालों तक मुझे पीठ में छुरा घोंपा गया, अब मुझे केवल इस बात की खुशी है कि मुझे सीने में छुरा घोंपा जा रहा है… मेरी डेस्क से पहला और अंतिम संदेश!
प्यार के साथ,
रवि मोहन
‘जियो और जीने दो’”
अपने बयान में उन्होंने इस बात पर गहरी नाराजगी जताई कि जब देश गंभीर मुद्दों से जूझ रहा है, तब व्यक्तिगत मामलों को सार्वजनिक रूप से उछाला जा रहा है। उन्होंने कहा, “मेरे निजी जीवन को जिस तरह से तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है, वह दिल दहला देने वाला है।”
रवि ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी चुप्पी कमजोरी नहीं है, बल्कि एक जीवित रहने की रणनीति रही है। लेकिन जब उनके चरित्र और ईमानदारी पर सवाल उठाए जा रहे हैं, तो वह अब और चुप नहीं रह सकते।
शादी में संघर्ष और वर्षों का अकेलापन
रवि मोहन ने अपनी शादी में झेले गए शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आर्थिक संघर्षों का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस रिश्ते को बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन एक समय ऐसा आया जब अंतिम निर्णय लेना जरूरी हो गया।
उन्होंने कहा, “कई सालों तक मैं अकेला रहा।” साथ ही उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर कोई उनके बीते रिश्ते का इस्तेमाल ध्यान आकर्षित करने या निजी लाभ के लिए करेगा, तो वह इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
रवि ने कानूनी प्रक्रिया पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा, “मुझे विश्वास है कि अंततः सत्य की ही जीत होगी।”
गोपनीयता की अपील और चुप्पी की गलत व्याख्या
रवि मोहन ने बताया कि उन्होंने अपने परिवार और करीबी मित्रों को तलाक के निर्णय के बारे में सूचित कर दिया था। उन्होंने सभी की निजता, खासकर अपनी पूर्व पत्नी की, बनाए रखने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
हालाँकि, उन्होंने दुख जताया कि उनकी चुप्पी को अपराधबोध के रूप में देखा जा रहा है। हाल में कुछ सार्वजनिक बयानों में एक पिता के रूप में उनकी भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं, जिनका उन्होंने कड़ा खंडन किया।
“मैं हमेशा सच के साथ खड़ा रहा हूँ,” उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा।
बच्चों को लेकर गहरी चिंता
रवि ने अपने बच्चों को विवादों में घसीटे जाने पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एक अदालत द्वारा स्वीकृत क्रिसमस यात्रा के अलावा, उनसे सभी प्रकार का संपर्क तोड़ दिया गया है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि उन्हें अपने बच्चे की कार दुर्घटना के बारे में एक महीने बाद पता चला। उन्होंने भावुक होते हुए कहा, “कोई भी पिता इसके लायक नहीं होता।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि उन्होंने हमेशा अपनी पूर्व पत्नी का समर्थन किया और उन्हें उम्मीद है कि एक दिन उनके बच्चे उनकी हिम्मत और सच्चाई को समझेंगे।
पेशेवर मोर्चे पर व्यस्त हैं रवि
विवादों के बीच भी रवि मोहन अपने करियर में सक्रिय हैं। वह जल्द ही फिल्म ‘करथे बाबू’ में नजर आएंगे, जिसमें वह एक विधायक की भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा वह अपनी सुपरहिट फिल्म ‘थानी ओरुवन’ की अगली कड़ी ‘थानी ओरुवन 2’ में भी मुख्य भूमिका में हैं।
इसके अलावा उनके पास ‘जीनी’ और ‘SK 25’ जैसे बड़े प्रोजेक्ट भी पाइपलाइन में हैं।

