दिग्गज अभिनेत्री मौसमी चटर्जी ने हाल ही में एक साक्षात्कार में बॉलीवुड के दो महान अभिनेताओं—राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन—के स्टारडम और व्यक्तित्व के बीच अंतर पर खुलकर बात की। उन्होंने फिल्मफेयर को दिए इंटरव्यू में राजेश खन्ना को एक “बिगड़ैल बच्चा” बताया और कहा कि उनकी लोकप्रियता का दौर इतना जबरदस्त था कि किसी और अभिनेता ने वैसा स्टारडम नहीं देखा।
राजेश खन्ना: जब स्टारडम सर चढ़कर बोला
मौसमी चटर्जी ने कहा, “वह एक बिगड़ैल बच्चा था। वह एक स्टार था, और उसके पास ऐसा स्टारडम था जो शायद ना अमिताभ बच्चन, ना दिलीप कुमार और ना ही देव आनंद ने कभी देखा था। शायद वह दौर थोड़े समय के लिए था, लेकिन मैंने उसे देखा था। जब कोई इंसान इतना बड़ा सेलिब्रिटी बन जाता है और उसे यह पता होता है कि वो रेत को भी छू ले तो वह सोना बन जाएगी, तो मानसिक संतुलन बनाए रखना बहुत कठिन हो जाता है। ऐसे में गुस्सा आना स्वाभाविक हो जाता है।”
अमिताभ बच्चन: सफलता के बावजूद जमीन से जुड़े
मौसमी ने इस दौरान अमिताभ बच्चन के स्वभाव की भी तारीफ़ की और बताया कि कैसे उन्होंने इतनी अपार सफलता के बाद भी खुद को संयमित और जमीन से जुड़ा हुआ रखा। उन्होंने कहा, “कहते हैं ना कि एक अनपढ़ गुंडा और पढ़े-लिखे गुंडे में बहुत फर्क होता है। उनके हाव-भाव, बात करने का तरीका, शब्दों का चुनाव सब अलग होता है। मैंने कभी अमिताभ को चमचों से घिरा हुआ नहीं देखा। उनके आसपास कभी भीड़ नहीं देखी। लेकिन राजेश के साथ ऐसा नहीं था। उन्हें हर समय लोगों का ध्यान और लाड़-प्यार चाहिए होता था। वह अपने जीवन की भूमिका को अपने ही तरीके से निभा रहे थे। यह दुखद है कि जिस ऊँचाई तक वह पहुंचे थे, वहीं से वह बहुत नीचे गिर भी गए।”
मौसमी चटर्जी: एक मजबूत पहचान वाली अभिनेत्री
70 के दशक में मौसमी चटर्जी का नाम सबसे ज़्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्रियों में गिना जाता था। उन्होंने न केवल राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन के साथ शानदार फिल्में कीं, बल्कि अपनी सशक्त अभिनय क्षमता से दर्शकों का दिल भी जीता।
उनकी यात्रा एक बाल कलाकार के रूप में शुरू हुई और उन्होंने मंज़िल, रोटी कपड़ा और मकान, बेनाम जैसी फिल्मों में अपने यादगार किरदारों से इंडस्ट्री में एक मजबूत पहचान बनाई।
हाल ही में वह बंगाली फिल्म ‘आरी’ में नजर आईं, जिसमें उन्होंने एक विधवा मां का किरदार निभाया। फिल्म एक मां और बेटे के बीच के त्याग और भावनात्मक बंधन को दर्शाती है। इस फिल्म में यश दासगुप्ता और नुसरत जहान भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
इस साक्षात्कार के ज़रिए मौसमी चटर्जी ने न केवल राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन के करियर की झलक दी, बल्कि यह भी बताया कि सफलता को कैसे संभाला जाए, यह भी किसी इंसान की असली पहचान बन जाता है।