Sunday, October 26, 2025

भाषा को लेकर विवादित बयान देने के बाद सोनू निगम पर कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री से बैन

प्रसिद्ध गायक सोनू निगम हाल ही में एक कॉन्सर्ट के दौरान दिए गए अपने बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं। एक वायरल वीडियो में सोनू निगम बेंगलुरु में हुए एक लाइव कॉन्सर्ट के दौरान मंच से दर्शकों को डांटते नजर आए, जब कुछ लोगों ने उनसे कन्नड़ भाषा में गाने की मांग की। इस पर गायक ने नाराज़गी जताई और तीखी प्रतिक्रिया दी।

हालांकि सोनू निगम ने अब अपने बयान पर सफाई दे दी है, लेकिन इस बीच एक नई रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें दावा किया गया है कि कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री अब सोनू निगम से दूरी बनाने की तैयारी कर रही है।

कर्नाटक फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से 5 मई (सोमवार) को बेंगलुरु में एक बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में म्यूज़िक डायरेक्टर्स एसोसिएशन, डायरेक्टर्स एसोसिएशन और प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन सहित फिल्म उद्योग के कई प्रमुख लोग शामिल होंगे।

रिपोर्ट में बताया गया है कि इस बैठक में एक अहम मुद्दा यह होगा कि आगामी कन्नड़ फिल्मों में सोनू निगम को शामिल किया जाए या नहीं। यह भी कहा गया है कि सोनू निगम के हालिया बयान और उसके बाद उपजे विवाद से कन्नड़ फिल्म जगत काफी नाराज़ है और अब वह गायक से दूरी बनाना चाहता है।

बैठक में प्रमुख कन्नड़ संगीतकार जैसे साधु कोकिला, हरिकृष्ण, अर्जुन जन्या और धर्म विश के भी शामिल होने की संभावना जताई गई है। कहा जा रहा है कि इंडस्ट्री के लोग सोनू निगम की टिप्पणियों से निराश हैं।

क्या हुआ था कॉन्सर्ट में?

25 अप्रैल को बेंगलुरु के एक कॉलेज में आयोजित लाइव म्यूज़िक कॉन्सर्ट के दौरान सोनू निगम ने अचानक अपना प्रदर्शन रोक दिया। दरअसल, दर्शकों में से कुछ लोग लगातार उनसे “कन्नड़ में गाओ, कन्नड़ में गाओ” चिल्ला रहे थे।

इससे नाराज़ होकर सोनू ने मंच से कहा:
“कन्नड़, कन्नड़… पहलगाम में जो हुआ, वो भी इसी मानसिकता की वजह से हुआ।”
उनका इशारा भाषाई कट्टरता और विभाजन की ओर था।

सोनू के इस बयान के बाद बेंगलुरु के अवलाहल्ली पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

सोनू निगम ने क्या सफाई दी?

विवाद बढ़ने के बाद सोनू निगम ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो जारी करके सफाई दी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में कन्नड़ में गाने की मांग को लेकर कुछ लड़कों के एक छोटे समूह ने उन्हें “धमकाने” की कोशिश की।

सोनू ने यह भी कहा कि सभी कन्नड़ भाषी लोगों को एक ही नजर से नहीं देखा जाना चाहिए और “कृपया सामान्यीकरण न करें। कुछ लोगों की हरकतों की सजा पूरे समुदाय को न दें।”

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 5 मई को होने वाली बैठक में कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री सोनू निगम को लेकर क्या फैसला लेती है।

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