Tuesday, June 17, 2025

भारत में कोविड-19 मामलों में वृद्धि: 24 घंटे में 6 मौतें, सक्रिय मामले बढ़कर 7,121

भारत में कोविड-19 संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ते नजर आ रहे हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी किए गए ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटों में देशभर में 306 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 7,121 हो गई है। इसी अवधि में 6 मरीजों की मौत भी हुई है।

इन 6 मृतकों में से 3 केरल, 2 कर्नाटक, और 1 महाराष्ट्र से थे। रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों में एक 43 वर्षीय पुरुष शामिल था जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले से ही कमज़ोर थी। बाकी मृतक वरिष्ठ नागरिक थे, जो पहले से ही श्वसन संबंधी समस्याओं और अन्य पुरानी बीमारियों से पीड़ित थे।

नए वेरिएंट्स से बढ़ा खतरा

स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि मामलों में यह हालिया वृद्धि LF.7, XFG, JN.1 और हाल ही में पहचाने गए NB.1.8.1 जैसे नए सबवेरिएंट्स के कारण हो रही है। इन वेरिएंट्स की वजह से वायरस पहले की तुलना में अधिक तेजी से फैल सकता है, हालांकि अब तक इनके लक्षण अपेक्षाकृत हल्के बताए जा रहे हैं।


राज्यवार स्थिति

देशभर में कुछ राज्यों में कोविड-19 के मामलों में तेज़ वृद्धि देखी जा रही है:

  • केरल: 2,223 सक्रिय मामले (पिछले 24 घंटों में 170 नए मामले)
  • गुजरात: 1,223 सक्रिय मामले (114 नए मामले)
  • दिल्ली: 757 सक्रिय मामले
  • अन्य राज्यों में भी मामलों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है।

विशेषज्ञों की राय: लक्षित टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार पर ज़ोर

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सामूहिक बूस्टर टीकाकरण अभियान से बचने और उच्च जोखिम वाले समूहों (जैसे बुज़ुर्ग, कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोग, और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति) पर केंद्रित एक लक्षित रणनीति अपनाने की सलाह दी है।
वे मानते हैं कि भारत की अधिकांश आबादी पहले संक्रमण और वैक्सीनेशन के कारण पहले से ही हाइब्रिड इम्युनिटी प्राप्त कर चुकी है, इसलिए आम जनता के लिए अतिरिक्त बूस्टर खुराक इस समय आवश्यक नहीं है।


एहतियाती उपायों पर दोबारा ज़ोर

विशेषज्ञों और सरकार दोनों ने जनता को मास्क पहनने, हाथ धोने, और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने जैसे कोविड-उपयुक्त व्यवहार को जारी रखने की सलाह दी है।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्क और तैयार रहने का निर्देश दिया है।

चिकित्सा विशेषज्ञों ने कोविड-19 और अन्य मौसमी वायरल बुखारों के लक्षणों में अंतर करने की आवश्यकता पर बल दिया है, क्योंकि दोनों में बुखार, थकान, और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण सामान्य हैं।


कमजोर व्यक्तियों के लिए विशेष चेतावनी

वरिष्ठ नागरिकों, गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों, और कम प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। यदि किसी को लक्षण महसूस हों या स्थिति बिगड़ती नजर आए, तो तुरंत चिकित्सा सलाह लेने की सिफारिश की गई है।


भारतीय चिकित्सा संघ की अपील

भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने भी मास्क पहनने, स्वच्छता बनाए रखने, और निवारक उपायों के पालन की सख्त आवश्यकता को दोहराया है, ताकि संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके।



हालांकि अभी स्थिति चिंताजनक नहीं है, लेकिन आने वाले दिनों में किसी भी संभावित उछाल को रोकने के लिए सावधानी और सतर्कता बेहद जरूरी है। सरकार और विशेषज्ञों की सलाह का पालन करना ही वायरस से सुरक्षित रहने का सबसे कारगर तरीका है।

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