भारत ने पाकिस्तान द्वारा किए गए सीमा पार हमलों में अपने सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाने के दावों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। शनिवार सुबह आयोजित एक विशेष प्रेस ब्रीफिंग में, विदेश मंत्रालय, भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि पाकिस्तान की कार्रवाई “उकसाने वाली” थी, लेकिन भारत ने इसका उत्तर “शांतिपूर्वक, आनुपातिक और प्रभावी ढंग से” दिया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री, सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा की गई सैन्य प्रतिक्रिया ऑपरेशन सिंदूर का विस्तृत ब्यौरा साझा किया। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी।
पाकिस्तान का झूठा प्रचार अभियान
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान पर “झूठ का जाल” फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारतीय एयरबेस, वायु रक्षा प्रणालियों, और साइबर व पावर इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने के झूठे दावे कर रहा है। मिस्री ने स्पष्ट रूप से कहा, “ये सभी दावे निराधार और झूठे हैं। अधिकांश लक्षित सुविधाओं में सामान्य स्थिति बहाल हो चुकी है।”
भारत ने स्वीकार किया कि शनिवार सुबह 26 स्थानों को पाकिस्तानी ड्रोन, मिसाइल, घूमते हथियारों (loitering munitions) और हवाई हमलों से निशाना बनाया गया था। इन स्थानों में उधमपुर, पठानकोट, बठिंडा, भुज और आदमपुर के एयरबेस शामिल थे।
जवाबी कार्रवाई में भारत सतर्क
कर्नल सोफिया कुरैशी ने पुष्टि की कि पाकिस्तानी सेना ने पंजाब के एयरबेस पर हमला करने के लिए लगभग 1:40 बजे उच्च गति वाली मिसाइलों का उपयोग किया। उन्होंने कहा कि भारत ने समय रहते कई खतरों को निष्क्रिय कर दिया।
उन्होंने सिरसा और सूरतगढ़ जैसे ठिकानों से दृश्य प्रमाण दिखाते हुए बताया, “भारत ने कई हमलों को बेअसर कर दिया और हमारे अधिकतर सैन्य ठिकाने कार्यशील बने हुए हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तानी सेना ने 26 से अधिक स्थानों पर भारतीय वायु क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की थी।
इनमें ड्रोन घुसपैठ और बारामुल्ला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, जम्मू, पठानकोट, भुज और जैसलमेर में सशस्त्र यूएवी की मौजूदगी शामिल थी। भारतीय सेना ने काइनेटिक इंटरसेप्ट और रडार-निर्देशित जवाबी कार्रवाई के ज़रिए इन प्रयासों को नाकाम किया।
नागरिक ठिकानों पर हमला — अंतरराष्ट्रीय परंपराओं का उल्लंघन
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान ने श्रीनगर, अवंतीपोरा और उधमपुर में स्वास्थ्य केंद्रों और स्कूलों पर भी हमले किए। उन्होंने कहा, “ये हमले अंतरराष्ट्रीय मानकों और परंपराओं का सीधा उल्लंघन हैं और क्षेत्र में खतरनाक स्थिति को बढ़ा सकते हैं।”
उन्होंने उन दावों को भी सिरे से खारिज किया जिनमें कहा गया था कि भारत की उन्नत एस-400 मिसाइल प्रणाली या प्रमुख एयरबेसों को निष्क्रिय कर दिया गया है। उन्होंने इसे पाकिस्तान द्वारा चलाए जा रहे “निरंतर दुर्भावनापूर्ण गलत सूचना अभियान” का हिस्सा बताया।
पाकिस्तान में भीषण विस्फोट और हवाई क्षेत्र बंद
वहीं दूसरी ओर, शनिवार की सुबह पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के पास स्थित एक महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठान सहित कई हवाई ठिकानों पर शक्तिशाली विस्फोटों की सूचना मिली। इन घटनाओं के बाद पाकिस्तान सरकार ने पूरे देश का हवाई क्षेत्र नागरिक और वाणिज्यिक विमानों के लिए बंद कर दिया है।
भारतीय अधिकारियों ने दोहराया कि भारत जिम्मेदार देश की तरह कार्रवाई करता है और उसका उद्देश्य केवल सुरक्षा बनाए रखना और अपनी संप्रभुता की रक्षा करना है। सभी नागरिकों से अफवाहों पर विश्वास न करने और आधिकारिक सूत्रों से ही जानकारी लेने की अपील की गई है।
