Monday, May 26, 2025

भारत अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ शून्य करने को तैयार

अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि भारत ने अमेरिकी वस्तुओं पर लगाए गए सभी टैरिफ हटाने की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि यह एक “स्पष्ट सफलता” है, लेकिन इसके बावजूद वे व्यापार समझौते को औपचारिक रूप देने की कोई जल्दी में नहीं हैं। अगर भारत की यह पेशकश सच साबित होती है, तो यह विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की ओर से एक महत्वपूर्ण रियायत मानी जाएगी।

हालांकि, भारत की ओर से इस दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत अभी जारी है, जो काफी जटिल है और अंतिम निष्कर्ष से काफी दूर है।

जयशंकर ने कहा, “भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता चल रही है। ये बातचीत काफी जटिल है। जब तक सब कुछ तय नहीं हो जाता, तब तक कुछ भी तय नहीं माना जा सकता। किसी भी व्यापार समझौते को पारस्परिक रूप से लाभकारी होना चाहिए और दोनों देशों के हितों को ध्यान में रखना चाहिए। जब तक यह संतुलन नहीं बनता, तब तक इस पर कोई भी निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी।”

फॉक्स न्यूज को शुक्रवार को दिए एक साक्षात्कार में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत उन देशों में शीर्ष पर है, जहां व्यापार में बाधाएं मौजूद हैं, लेकिन अब वह इन बाधाओं को समाप्त करने के लिए गंभीर नजर आ रहा है। ट्रंप ने कहा, “वे व्यापार को लगभग असंभव बना देते हैं। लेकिन अब वे अमेरिका के लिए अपने टैरिफ में 100% कटौती करने को तैयार हैं।”

हालांकि, उन्होंने इस संभावित समझौते को लेकर मिश्रित संकेत दिए और कहा, “यह जल्द ही हो सकता है, लेकिन मुझे कोई जल्दी नहीं है। देखिए, हर कोई हमारे साथ सौदा करना चाहता है।”

ट्रंप ने यह भी कहा कि वे हर किसी के साथ समझौता करने की योजना नहीं बना रहे हैं। उनकी टिप्पणी से यह संकेत मिलता है कि भले ही कई देश अमेरिका के साथ अपने व्यापार संबंधों को सुधारने की इच्छा जता रहे हों, फिर भी अंतिम निर्णय अमेरिका एकतरफा तौर पर ले सकता है, विशेषकर जब जुलाई में अमेरिका की उच्च आयात शुल्क की समयसीमा समाप्त होने वाली है।

यह बयान उस समय आया है जब ट्रंप की टीम वैश्विक व्यापार ढांचे को नया रूप देने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। उन्होंने शुक्रवार को यह भी कहा कि वे अगले दो से तीन सप्ताह में व्यापारिक भागीदारों के लिए नई आयात शुल्क दरें तय करने की योजना बना रहे हैं।

भारत के साथ संभावित व्यापार समझौते के अलावा ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ व्यापार को बढ़ाने की संभावना का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव और पुलवामा आतंकी हमले के बाद अमेरिका ने दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम के प्रयासों को तेज किया है। उन्होंने कहा, “मैं व्यापार का उपयोग तनाव को कम करने और शांति स्थापित करने के लिए कर रहा हूं।”

ट्रंप ने चीन के साथ व्यापार युद्ध को भी संबोधित किया और दावा किया कि उन्होंने दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। उन्होंने बताया कि अमेरिका ने चीन पर अपने आयात शुल्क को 145% से घटाकर 30% कर दिया है, जबकि चीन ने अपने टैरिफ 125% से घटाकर 10% कर दिए हैं। दोनों देश आगे की बातचीत की ओर बढ़ रहे हैं।

ट्रंप ने अंत में कहा, “अगर मैंने चीन के साथ वह समझौता नहीं किया होता, तो मुझे लगता है कि चीन आर्थिक रूप से टूट चुका होता।”

यह पूरा घटनाक्रम वैश्विक व्यापार राजनीति में अमेरिका की भूमिका और प्रभाव को दर्शाता है, जिसमें भारत जैसे देश भी संतुलन साधने की कोशिश कर रहे हैं।

Latest news
Related news