Saturday, October 25, 2025

बोइंग इंडिया ने बेंगलुरु टेक सेंटर में 180 कर्मचारियों की छंटनी की

वैश्विक स्तर पर नौकरियों में कटौती के दौर में, बोइंग ने 2024 की दिसंबर तिमाही के दौरान बेंगलुरु स्थित अपने बोइंग इंडिया इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी सेंटर (BIETC) से लगभग 180 कर्मचारियों की छंटनी की है। इस छंटनी को कंपनी की रणनीतिक समायोजन नीति का हिस्सा बताया गया है, जिसका उद्देश्य संगठनात्मक ढांचे में बदलाव लाना है। हालांकि, कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस कदम से ग्राहक सेवाओं, सरकारी संचालन या सुरक्षा मानकों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।

वैश्विक स्तर पर नौकरियों में कटौती का असर

बोइंग ने पहले ही घोषणा की थी कि वह वैश्विक स्तर पर अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 10% की कटौती करेगी। इस योजना के तहत, कंपनी ने कुछ पदों को समाप्त किया है, जबकि कुछ क्षेत्रों में नई भूमिकाओं का सृजन और पुनर्गठन किया गया है। रिपोर्टों के अनुसार, भारत में हुई छंटनी तुलनात्मक रूप से सीमित थी, और इसका मुख्य उद्देश्य ग्राहक समर्थन और परिचालन उत्कृष्टता को बनाए रखना था।

बेंगलुरु टेक सेंटर की भूमिका

बोइंग के भारत में लगभग 7,000 कर्मचारी हैं, जिनमें से 6,500 से अधिक बेंगलुरु और चेन्नई स्थित BIETC में कार्यरत हैं। ये केंद्र उन्नत एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कार्यों को संभालते हैं और बोइंग के वैश्विक संचालन में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

बोइंग का भारत में निवेश

बेंगलुरु में स्थित बोइंग का पूर्ण स्वामित्व वाला इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी परिसर, जिसका उद्घाटन जनवरी 2024 में किया गया, संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर कंपनी के सबसे बड़े निवेशों में से एक है। इस केंद्र की स्थापना का उद्देश्य भारत में वैश्विक एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में नवाचार और विकास को बढ़ावा देना है।

हालांकि यह छंटनी कई कर्मचारियों के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय है, लेकिन कंपनी ने आश्वासन दिया है कि वह अपनी अभिनव परियोजनाओं और वैश्विक परिचालन में निवेश जारी रखेगी।

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