रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की IPL 2024 जीत के बाद आयोजित सम्मान समारोह को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। CNN-न्यूज18 की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कर्नाटक सरकार और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के बीच हुए संवाद से यह पता चला है कि बेंगलुरु पुलिस इस आयोजन के पक्ष में नहीं थी।
समारोह के आयोजन में अंतिम समय का भ्रम
3 जून को KSCA ने सूचना और जनसंपर्क विभाग (DPR) को पत्र लिखकर विधान सौध की सीढ़ियों पर आरसीबी के लिए एक भव्य सम्मान समारोह आयोजित करने की अनुमति मांगी थी। इसके बाद DPR ने पुलिस विभाग से इस आयोजन पर उनकी राय मांगी। लेकिन पुलिस विभाग के सूत्रों के अनुसार, वे इस कार्यक्रम की अनुमति देने के पक्ष में नहीं थे।
बढ़ती भीड़ और भगदड़ की घटना
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया था कि कोई विजय परेड नहीं होगी और केवल टिकट धारकों को ही चिन्नास्वामी स्टेडियम में प्रवेश मिलेगा। इसके बावजूद बड़ी संख्या में प्रशंसक स्टेडियम के बाहर एकत्र हो गए और कई लोगों ने जबरन प्रवेश पाने के लिए गेट फांदने की कोशिश की। इससे हालात बेकाबू हो गए।
इस भगदड़ में 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 47 लोग घायल हो गए। रिपोर्ट के अनुसार, चिन्नास्वामी स्टेडियम में केवल 35,000 लोगों के बैठने की क्षमता थी, लेकिन कार्यक्रम में 2 से 3 लाख लोग आ गए, जिससे भारी अफरा-तफरी मच गई।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं और कहा है कि 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। उन्होंने बताया, “किसी को अंदाजा नहीं था कि इतनी बड़ी संख्या में लोग आएंगे। उम्मीद बस स्टेडियम की क्षमता के आसपास की भीड़ की थी।”
मुख्यमंत्री ने अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात भी की।
विवादों में घिरा आयोजन
बुधवार की सुबह RCB प्रबंधन ने घोषणा की थी कि टीम विधान सौध से चिन्नास्वामी स्टेडियम तक एक खुले बस में विजय परेड निकालेगी। इसके बाद स्टेडियम में एक कार्यक्रम होना था, जिसमें प्रवेश के लिए सीमित संख्या में निःशुल्क पास ऑनलाइन जारी किए गए थे।
हालांकि, सुबह 11:56 बजे ट्रैफिक पुलिस ने घोषणा कर दी कि कोई विजय परेड नहीं होगी। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। दोपहर 1:30 बजे के करीब RCB की टीम HAL एयरपोर्ट पहुंची और होटल जाने के बाद विधान सौध रवाना हुई। इसी बीच हजारों लोग विधान सौध के आसपास जमा हो चुके थे, जहां मुख्यमंत्री टीम का स्वागत करने वाले थे।
राजनीतिक घमासान
इस घटना के बाद विपक्ष ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता आर. अशोक ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के इस्तीफे की मांग की है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भगदड़ में हुई मौतें किसी राज्य प्रायोजित हत्या से कम नहीं हैं।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच ‘क्रेडिट लेने की लड़ाई’ आज की अराजकता का कारण बनी।
RCB की जीत का जश्न अब शोक में बदल गया है। अंतिम समय की योजनाओं, पुलिस की चेतावनियों की अनदेखी और भीड़ प्रबंधन की विफलता ने इस जश्न को एक त्रासदी में तब्दील कर दिया। आने वाले दिनों में जांच रिपोर्ट से स्थिति और स्पष्ट होगी, लेकिन फिलहाल इस घटना ने राज्य प्रशासन की तैयारियों पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।