Monday, October 27, 2025

फ्रांस ने पेरिस अपहरण कांड को लेकर 12 अल्जीरियाई राजनयिकों को निष्कासित किया

फ्रांस और अल्जीरिया के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंध अब और अधिक बिगड़ गए हैं। ताजा घटनाक्रम में फ्रांस ने 12 अल्जीरियाई राजनयिकों और वाणिज्य दूतावास अधिकारियों को निष्कासित कर दिया है। इसके साथ ही, पेरिस ने अल्जीयर्स से अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया है। यह कड़ा कदम पेरिस में हुए अपहरण कांड के बाद उठाया गया, जिसमें फ्रांसीसी अधिकारियों ने अल्जीरियाई पक्ष पर आरोप लगाए हैं कि वे द्विपक्षीय संबंधों के बिगड़ने के लिए जिम्मेदार हैं।

यह विवाद अमीर बौखोर्स के अपहरण को लेकर शुरू हुआ है। अमीर बौखोर्स, जिन्हें सोशल मीडिया पर आमिर डीजेड के नाम से जाना जाता है, एक प्रमुख अल्जीरियाई कार्यकर्ता और राष्ट्रपति अब्देलमदजीद तेब्बौने के मुखर आलोचक हैं। वह 2016 से फ्रांस में रह रहे हैं और 2023 में उन्हें वहां राजनीतिक शरण दी गई थी।

अप्रैल 2024 में बौखोर्स का अपहरण पेरिस के उपनगर वैल-डी-मार्ने में उनके निवास के बाहर से कर लिया गया था। फ्रांस 2 टेलीविजन को दिए गए एक साक्षात्कार में बौखोर्स ने बताया कि चार लोगों ने, जो पुलिस की वर्दी में थे, उनका अपहरण किया। उन्हें बेहोश करने वाला पदार्थ दिया गया और 24 घंटे से अधिक समय तक एक कंटेनर में बंद रखा गया। उन्होंने कहा, “मैं एक जाल में फंस गया था।”

फ्रांसीसी पुलिस ने इस मामले में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है और उन पर अपहरण और गैरकानूनी हिरासत का आरोप लगाया गया है। जांच के दौरान यह सामने आया कि आरोपियों में से एक व्यक्ति क्रेटिल स्थित अल्जीरियाई वाणिज्य दूतावास में काम करता था, जिससे मामला और अधिक गंभीर हो गया और यह एक बड़ा राजनयिक विवाद बन गया।

अल्जीरिया ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है और किसी भी आधिकारिक संलिप्तता से इनकार किया है। उसका कहना है कि उसके वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। इसके जवाब में अल्जीयर्स ने भी 12 फ्रांसीसी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया, जिसके बाद फ्रांस ने भी पलटवार करते हुए उतने ही अल्जीरियाई अधिकारियों को निष्कासित कर दिया और अपने दूत को वापस बुला लिया।

फ्रांस और अल्जीरिया के रिश्ते ऐतिहासिक रूप से तनावपूर्ण रहे हैं। 2023 में जब राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पश्चिमी सहारा पर मोरक्को के दावे का समर्थन किया, तो इससे अल्जीरिया और फ्रांस के बीच संबंध और खराब हो गए, क्योंकि अल्जीरिया इस मुद्दे पर मोरक्को के विरोध में रहा है।

हाल ही में फ्रांसीसी विदेश मंत्री जीन-नोल बैरोट ने दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार की संभावना जताई थी, लेकिन बौखोर्स अपहरण कांड और इसके बाद की घटनाओं ने एक बार फिर से पुरानी दुश्मनी को सतह पर ला दिया है।

इस तनाव को और बढ़ाते हुए, राष्ट्रपति मैक्रों ने अल्जीरिया से प्रसिद्ध लेखक बौआलेम संसल (75) की रिहाई की मांग की है, जिन्हें अल्जीरियाई राज्य की “अखंडता को कमजोर करने” के आरोप में पांच साल की सजा सुनाई गई है। यह कदम भी दोनों देशों के बीच रिश्तों में तल्खी को और बढ़ा सकता है।

फ्रांको-अल्जीरियाई संबंध एक बार फिर एक कठिन दौर में प्रवेश कर चुके हैं, और निकट भविष्य में इनके सुधरने की संभावना क्षीण दिखाई दे रही है।

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