प्रिंस नरूला और युविका चौधरी की शादीशुदा जिंदगी हाल ही में विवादों का केंद्र बन गई है। प्रिंस ने अपनी पत्नी युविका पर यह आरोप लगाया कि उन्होंने उनके बच्चे की डिलीवरी की तारीख के बारे में उन्हें अंधेरे में रखा। यह मामला तब चर्चा में आया जब प्रिंस ने एक यूट्यूब व्लॉग में इस मुद्दे को उठाया और युविका तथा उनके परिवार की आलोचना की।
युविका ने अपनी सफाई में अपना व्लॉग साझा किया, लेकिन उन्होंने अपने रिश्ते से जुड़े निजी मामलों पर सार्वजनिक तौर पर चर्चा करने से बचने की कोशिश की। हालांकि, प्रिंस को यह रवैया नागवार गुजरा और उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपनी नाराजगी जाहिर की।
प्रिंस की इंस्टाग्राम पोस्ट ने बढ़ाई हलचल
2 दिसंबर, 2024 को प्रिंस ने इंस्टाग्राम पर एक रहस्यमयी कहानी पोस्ट की, जिसमें उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से युविका पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा:
“कुछ लोग व्लॉग में झूठ बोल के, सच्चे बन जाते हैं। या कुछ लोग चुप रहकर गलत साबित हो जाते हैं। क्या ज़माने में रिश्तों से ज़्यादा व्लॉग ज़रूरी हैं?”
इसके साथ ही प्रिंस ने जया किशोरी की एक पोस्ट को भी शेयर किया, जिसमें मानसिक शांति के लिए चुप रहने की सलाह दी गई थी। इस पर प्रिंस ने अपनी सहमति जताते हुए कहा, “बिल्कुल सच है।”
विवाद की जड़
बताया जा रहा है कि यह तनाव उनके बच्चे के जन्म के बाद शुरू हुआ। डिलीवरी के बाद युविका ने पारंपरिक 45 दिनों तक अपनी माँ के साथ रहने का फैसला किया। इस दौरान प्रिंस की गैरमौजूदगी पर सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया जाने लगा।
अपना पक्ष रखते हुए प्रिंस ने एक व्लॉग में खुलासा किया कि युविका ने डिलीवरी की तारीख के बारे में उन्हें नहीं बताया था। उन्होंने कहा:
“जब बेबी होना था तो मुझे पता ही नहीं था। मैं पुणे में शूटिंग कर रहा था। अचानक मुझे पता चला कि आज डिलीवरी हो गई है। मेरे लिए यह सरप्राइज़ रखा गया था, लेकिन मुझे यह अजीब लगा। मैं तुरंत वापस आया और अपने माता-पिता को कॉल किया। वे भी इस बात से नाराज थे।”
युविका की प्रतिक्रिया
युविका ने इस विवाद पर सीधे प्रतिक्रिया देने से बचते हुए केवल अपने व्लॉग के जरिए अपने विचार साझा किए। उन्होंने यह स्पष्ट करने की कोशिश की कि सार्वजनिक मंच पर रिश्तों की बात करना उनकी प्राथमिकता नहीं है।
क्या रिश्ते अब संभल पाएंगे?
यह मामला न केवल प्रिंस और युविका के रिश्ते की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि सोशल मीडिया और व्लॉगिंग के बढ़ते प्रभाव पर भी सवाल खड़ा करता है। क्या इस विवाद का कोई सकारात्मक हल निकल पाएगा, यह देखने वाली बात होगी।