Monday, November 17, 2025

प्रधानमंत्री मोदी ने नारंगी अर्थव्यवस्था को बताया भारत की GDP का भविष्य

मुंबई में गुरुवार को मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति मुकेश अंबानी सहित देश की नामचीन हस्तियों ने ‘वेव्स समिट 2025’ का उद्घाटन किया। जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस चार दिवसीय समिट का उद्देश्य भारत के रचनात्मक और सांस्कृतिक क्षेत्रों को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है।

यह समिट सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) द्वारा आयोजित की गई है और इसमें विश्वभर के कंटेंट क्रिएटर्स, फिल्म निर्माताओं, उद्योगपतियों और तकनीकी विशेषज्ञों ने भाग लिया।

मोदी ने ‘ऑरेंज इकॉनमी’ को बताया भविष्य का स्तंभ

अपने उद्घाटन भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की रचनात्मकता और सांस्कृतिक विरासत आने वाले वर्षों में देश की आर्थिक प्रगति को नई दिशा देगी। उन्होंने जोर देकर कहा, “यह ‘भारत में सृजन करो, दुनिया के लिए सृजन करो’ का सही समय है।”

उन्होंने ‘ऑरेंज इकॉनमी’ — यानी कंटेंट, रचनात्मकता और संस्कृति आधारित अर्थव्यवस्था — को भारत की GDP का एक मजबूत स्तंभ बताते हुए कहा, “संगीत और फिल्मों से लेकर गेमिंग और एनिमेशन तक, भारत वैश्विक स्तर पर तेजी से पहचान बना रहा है, और इसकी संभावनाएं अनंत हैं।”

प्रधानमंत्री ने भारत में OTT प्लेटफॉर्म्स की वृद्धि का उदाहरण देते हुए कहा, “स्क्रीन भले ही माइक्रो हो गई हों, लेकिन उनके जरिए दिए जा रहे संदेश मैक्रो हो गए हैं।” उन्होंने वैश्विक निवेशकों और रचनाकारों से भारत को अपना ‘कंटेंट प्लेग्राउंड’ बनाने का आह्वान किया।

‘कहानियों का खजाना है भारत’

मोदी ने भारत की कालातीत कहानियों और सांस्कृतिक धरोहर को दुनिया के साथ साझा करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, “दुनिया कहानी कहने के नए तरीकों की तलाश में है, और भारत के पास ऐसे खजाने हैं जो हर संस्कृति से जुड़ सकते हैं।”

उन्होंने कहा कि भारत की असली ताकत इसके लोगों में है। “मैं निवेशकों से कहता हूं — सिर्फ प्लेटफॉर्म में नहीं, भारत के लोगों में निवेश करें,” उन्होंने कहा। भारतीय युवाओं से भी उन्होंने आह्वान किया कि वे “दुनिया को एक अरब अनकही कहानियाँ सुनाएं।”

मुकेश अंबानी ने बताई चार प्रमुख दिशा-रेखाएं

समिट के पहले दिन अपने मुख्य भाषण में रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने ‘वेव्स’ नाम के महत्व को समझाते हुए कहा कि यह शब्द संस्कृति, नवाचार, सहयोग और रचनात्मक अर्थव्यवस्था को दर्शाता है।

अंबानी ने कहा, “मनोरंजन अब केवल सॉफ्ट पावर नहीं है, यह वास्तविक शक्ति है।” उन्होंने भारत की प्राचीन कहानियों जैसे रामायण और महाभारत का उल्लेख करते हुए कहा कि ये कथाएं एक बंटी हुई दुनिया को जोड़ने का कार्य कर सकती हैं।

उन्होंने एआई, वर्चुअल रियलिटी और ऑगमेंटेड रियलिटी जैसे उभरते तकनीकी उपकरणों को रचनात्मकता से जोड़ने की बात कही और बताया कि कैसे भारत की नई पीढ़ी वैश्विक मनोरंजन उद्योग का नेतृत्व करने के लिए तैयार है।

100 अरब डॉलर तक जा सकता है भारत का M&E उद्योग

अंबानी ने यह भी बताया कि भारत का वर्तमान मीडिया और मनोरंजन उद्योग जिसकी कीमत लगभग $28 बिलियन है, वह अगले दशक में $100 बिलियन तक पहुंच सकता है। यह क्षेत्र उद्यमिता, रोजगार और नवाचार को तीव्र गति से बढ़ावा देगा।

प्रधानमंत्री की वैश्विक अपील

प्रधानमंत्री मोदी ने $430 बिलियन के वैश्विक एनिमेशन बाजार का हवाला देते हुए कहा कि यह उद्योग अगले दशक में दोगुना हो सकता है और भारत इसमें अग्रणी भूमिका निभा सकता है। उन्होंने लाइव कॉन्सर्ट और इमर्सिव एक्सपीरियंस की संभावनाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत तेजी से एक वैश्विक सांस्कृतिक गंतव्य के रूप में उभर रहा है।

अंत में प्रधानमंत्री ने कहा, “नई पीढ़ी की यह जिम्मेदारी है कि भारत की कहानियाँ दुनिया के हर कोने तक पहुँचें।

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