Sunday, December 22, 2024

पुतिन और मोदी ने चुनावी जीत के बाद संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की

5 जून को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके हाल ही में संपन्न 18वीं लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सफलता पर बधाई दी। पुतिन ने कहा कि यह जीत भारतीय नेतृत्व की नीतियों और देश के सामाजिक-आर्थिक विकास के प्रति जनता के समर्थन को दिखाती है।

रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना

दोनों नेताओं ने रूस और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी के वर्तमान स्तर पर संतोष व्यक्त किया और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। रूस और भारत के बीच रक्षा, ऊर्जा, व्यापार और अंतरिक्ष अन्वेषण जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग है। उन्होंने इस संबंध को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की।

व्यक्तिगत बातचीत और बधाई पत्र

पुतिन और मोदी ने अपने व्यक्तिगत संपर्क को जारी रखने पर सहमति जताई। पुतिन ने मोदी को एक बधाई पत्र भी भेजा, जिसमें उन्होंने भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया और नेतृत्व के प्रति समर्थन व्यक्त किया।

लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव

भारत के लोकतांत्रिक अभ्यास की सराहना अंतरराष्ट्रीय नेताओं और संगठनों ने की। लगभग 650 मिलियन मतदाताओं ने 2024 के लोकसभा चुनावों में भाग लिया, जिसे मानव इतिहास का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक अभ्यास कहा गया। इसने भारत के मजबूत लोकतांत्रिक ढांचे को दर्शाया।

बिडेन की बधाई

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने भी प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को उनकी जीत पर बधाई दी। बिडेन ने भारत-अमेरिका संबंधों में “असीमित संभावनाओं” की बात कही। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने भी भारतीय मतदाताओं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की सराहना की। उन्होंने भारत सरकार के साथ साझेदारी जारी रखने की इच्छा व्यक्त की।

यूरोपीय संघ का समर्थन

यूरोपीय संघ ने भी भारत की चुनावी प्रक्रिया की सराहना की और निरंतर साझेदारी की आशा व्यक्त की। उन्होंने भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और सिद्धांतों पर जोर दिया।

भविष्य की संभावनाएं

भारत की सफल चुनावी प्रक्रिया ने विश्व मंच पर इसकी बढ़ती भूमिका को उजागर किया। अंतरराष्ट्रीय नेताओं के साथ हुई बातचीत ने भारत की लोकतांत्रिक ताकत को मान्यता दी। रूस और अमेरिका के साथ रणनीतिक साझेदारी आगे भी वैश्विक स्थिरता और विकास में योगदान करेगी।

विश्व नेताओं की बधाई

रूसी राष्ट्रपति पुतिन सबसे पहले मोदी को बधाई देने वाले नेता थे। इसके बाद फ्रांस, इटली, यूके, सिंगापुर, जर्मनी, नीदरलैंड, डेनमार्क, इजरायल और यूक्रेन सहित कई देशों के नेताओं ने भी बधाई दी। संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, इंडोनेशिया, मलेशिया और अन्य क्षेत्रीय देशों ने भी शुभकामनाएं भेजीं।

पड़ोसी देशों की प्रतिक्रिया

भूटान, श्रीलंका, नेपाल और मॉरीशस के नेताओं ने सोशल मीडिया पर मोदी को बधाई दी। बांग्लादेश और मालदीव के नेताओं ने भी मोदी को लगातार तीसरी बार जीतने पर बधाई दी।

चीन और यूक्रेन का समर्थन

चीनी विदेश मंत्रालय ने भी मोदी को बधाई दी और दोनों देशों के बीच मजबूत और स्थिर संबंधों की उम्मीद जताई। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भारत को शांति शिखर सम्मेलन में भाग लेने का निमंत्रण दिया।

भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया और चुनावी सफलता ने वैश्विक मंच पर इसकी भूमिका को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।

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