IPL 2025 के एक ऐतिहासिक मुकाबले में मंगलवार को क्रिकेट प्रेमियों ने दो पीढ़ियों की अद्भुत टक्कर देखी – एक ओर थे 14 वर्षीय नवोदित प्रतिभाशाली बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी, और दूसरी ओर भारतीय क्रिकेट के महानायक, 43 वर्षीय एमएस धोनी। यह मुकाबला न केवल स्कोरबोर्ड पर रोमांचक रहा, बल्कि भावनात्मक स्तर पर भी दर्शकों के दिलों को छू गया।
राजस्थान रॉयल्स (RR) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के बीच खेले गए इस मुकाबले में युवा वैभव सूर्यवंशी ने अपने बल्ले से आग उगलते हुए मात्र 33 गेंदों में 57 रनों की तूफानी पारी खेली। उनकी इस धमाकेदार बल्लेबाज़ी के दम पर आरआर ने 187 रनों का लक्ष्य 17 गेंद शेष रहते हुए हासिल कर लिया और छह विकेट से जीत दर्ज की। यह जीत न केवल सीज़न का अंत थी, बल्कि धोनी के करियर के अंतिम अध्यायों में से एक को भी चिन्हित करती दिखी।
मैच के बाद का दृश्य हर क्रिकेट प्रेमी के लिए भावुक कर देने वाला था। जब दोनों टीमों के खिलाड़ी आपस में हाथ मिला रहे थे, तभी वैभव सूर्यवंशी ने अपने आदर्श MS धोनी के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए झुककर उनके पैर छुए। यह क्षण कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया। यह सिर्फ सम्मान नहीं था, यह एक युग से दूसरे युग की ओर बढ़ते क्रिकेट की प्रतीकात्मक झलक थी।

वैभव की यह पारी और उनका संयमित आचरण न केवल उनके खेल कौशल को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य कितनी गहराई और संस्कारों से भरा हुआ है।
राजस्थान की इस जीत के बाद CSK की स्थिति और भी जटिल हो गई है। जब तक धोनी की टीम रविवार को गुजरात टाइटन्स को बड़े अंतर से नहीं हराती, तब तक उनका इस सीज़न की अंक तालिका में सबसे नीचे रहना तय है।
इस मैच में गेंदबाजों का योगदान भी सराहनीय रहा। आकाश मधवाल और युद्धवीर सिंह चरक ने तीन-तीन विकेट लेकर CSK को 187/8 पर रोक दिया। इसके बाद बल्लेबाज़ी में वैभव सूर्यवंशी की पारी ने RR को जीत दिला दी। उन्होंने चार चौके और चार छक्के जड़े, जिनमें से कई शॉट्स दर्शकों के लिए मंत्रमुग्ध कर देने वाले थे।
संजू सैमसन और सूर्यवंशी ने पारी की मजबूत शुरुआत की। सैमसन ने रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर छक्का लगाया, वहीं सूर्यवंशी ने नूर अहमद की गेंदों पर चौके और छक्कों की झड़ी लगा दी। उन्होंने रवींद्र जडेजा और नूर अहमद की गेंदों पर छक्के लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया। सैमसन के आउट होने के बाद भी सूर्यवंशी रुके नहीं, लेकिन अंततः अश्विन की गेंद पर बैकवर्ड पॉइंट में कैच दे बैठे।
बाद में ध्रुव जुरेल और शिमरोन हेटमायर ने जिम्मेदारी संभाली। जुरेल ने जडेजा और अश्विन की गेंदों पर आक्रामक शॉट्स खेले, जबकि हेटमायर ने भी बड़ा योगदान दिया। अंततः जुरेल ने मथीशा पथिराना को मिडविकेट पर छक्का लगाकर टीम को विजयी अंत दिलाया।
राजस्थान रॉयल्स ने इस जीत के साथ IPL 2025 से सम्मानजनक विदाई ली, वहीं वैभव सूर्यवंशी ने एक नई शुरुआत की — एक ऐसे क्रिकेटर के रूप में जो आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट की धुरी बन सकते हैं। और जिस तरह उन्होंने धोनी को सम्मानित किया, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बनकर रहेगा।