बॉलीवुड अभिनेत्री कीर्ति कुल्हारी, जिन्होंने 2010 में खिचड़ी: द मूवी से अपना डेब्यू किया था, को 2016 की फिल्म पिंक से बड़ी पहचान मिली। हालांकि, कीर्ति को ऐसा लगा कि फिल्म के प्रचार के दौरान उन्हें दरकिनार कर दिया गया, क्योंकि उनकी सह-कलाकार तापसी पन्नू को “पिंक गर्ल” के रूप में प्रस्तुत किया गया और शूजित सरकार के निर्देशन में बनी यह फिल्म पूरी तरह से “तापसी की फिल्म” बन गई। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, एंड्रिया तारियांग और अंगद बेदी ने भी अहम भूमिकाएँ निभाईं।
फीवर एफएम से बातचीत के दौरान कीर्ति ने फिल्म इंडस्ट्री में मौजूद पदानुक्रम पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, “जब पिंक बनी, तो मेरे लिए यह बस तीन लड़कियों की कहानी थी। मैंने कभी यह नहीं सोचा कि इंडस्ट्री में कौन बड़ा सितारा है और कौन छोटा। मेरे लिए हम सभी अभिनेता समान थे, लेकिन इस फिल्म के अनुभव ने मुझे ‘बड़ा सितारा-छोटा सितारा’ वाली मानसिकता को महसूस करवाया। आपके आसपास के लोग आपको यह एहसास कराते हैं।”
फिल्म में फलक अली का किरदार निभाने वाली कीर्ति ने बताया कि जब उन्होंने फिल्म का ट्रेलर देखा, तो यह मुख्य रूप से अमिताभ बच्चन और तापसी पन्नू पर केंद्रित था। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए पहला झटका था क्योंकि मुझे पता था कि मैंने फिल्म में क्या किया है। जब मैंने शूजित सरकार से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा, ‘इसकी चिंता मत करो, फिल्म को आने दो।’ लेकिन तब भी मुझे महसूस हुआ कि मुझे उतनी अहमियत नहीं दी जा रही थी।”
कीर्ति ने आगे बताया कि वह कभी पीआर (पब्लिक रिलेशन) नहीं करवातीं और उन्हें विश्वास था कि उनका काम अपनी पहचान खुद बना लेगा। लेकिन जब फिल्म का प्रचार शुरू हुआ, तो उन्होंने देखा कि तापसी को ही मुख्य रूप से प्रमोट किया जा रहा था। उन्होंने कहा, “प्रमोशन के दौरान पीआर मशीनरी तापसी के लिए काम कर रही थी क्योंकि पदानुक्रम के अनुसार, फिल्म में अमिताभ बच्चन के बाद उनका ही नंबर आता था। धीरे-धीरे यह पूरी तरह से उनकी फिल्म बन गई और वह ‘पिंक गर्ल’ के रूप में स्थापित हो गईं। मैंने इसे अपनी आँखों के सामने होते देखा और यह मेरे लिए बहुत चौंकाने वाला था।”
फिल्म की रिलीज़ के बाद कीर्ति को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री की श्रेणी में नामांकित किया गया था, लेकिन उन्होंने पुरस्कार समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया क्योंकि वह खुद को इस फिल्म में सहायक अभिनेत्री नहीं मानती थीं। उन्होंने कहा, “मेरा पीआर गेम बिल्कुल शून्य था। इस पूरे अनुभव ने मुझे हिलाकर रख दिया।”
इस घटना का असर कीर्ति और तापसी के रिश्ते पर भी पड़ा। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि तापसी ने इस बात पर ज्यादा ध्यान दिया। वह मेरे साथ हमेशा अच्छी रही हैं, लेकिन यह पूरा पीआर गेम – मैंने इसे थोड़ा व्यक्तिगत रूप से लिया।”
पिंक के दौरान जो कुछ भी हुआ, उससे कीर्ति ने बहुत कुछ सीखा। जब उन्होंने 2019 में मिशन मंगल जैसी मल्टी-स्टारर फिल्म साइन की, तो वह ज्यादा सतर्क थीं। इस फिल्म में विद्या बालन, सोनाक्षी सिन्हा, तापसी पन्नू, नित्या मेनन, अक्षय कुमार और कई अन्य कलाकार शामिल थे। कीर्ति ने कहा, “जब मैंने मिशन मंगल को साइन किया, तो मैंने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि विद्या बालन को छोड़कर, अगर मुझे बाकी अभिनेत्रियों के बराबर स्क्रीन स्पेस नहीं दिया गया, तो मैं यह फिल्म नहीं करूंगी। मैंने ‘पोजिशनिंग गेम’ को अच्छी तरह समझ लिया था।”
कीर्ति कुल्हारी ने द गर्ल ऑन द ट्रेन, उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक, और इंदु सरकार जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया है। हाल ही में वह बदमाश रवि कुमार में नजर आईं।