संयुक्त राज्य अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने गुरुवार को कहा कि वाशिंगटन को उम्मीद है कि जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर भारत की प्रतिक्रिया से व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के साथ सहयोग करना चाहिए।
फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में वेंस ने कहा, “हम स्पष्ट रूप से उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान अपनी जिम्मेदारियों के अनुसार भारत के साथ मिलकर काम करेगा ताकि उन आतंकवादियों का पता लगाया जा सके जो कभी-कभी पाकिस्तान की धरती से सक्रिय होते हैं, और उनसे सख्ती से निपटा जा सके।”
वेंस ने आगे कहा, “मैं हर बार तब चिंतित हो जाता हूं जब किसी संवेदनशील क्षेत्र में हालात बिगड़ते हैं, खासकर तब जब यह मामला दो परमाणु शक्तियों के बीच हो।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ करीबी संपर्क में है।
यह टिप्पणी उस आतंकी हमले के बाद आई है जो 22 अप्रैल को पहलगाम के पास बैसरन में हुआ था। इस हमले में 26 लोगों की जान गई और 17 लोग घायल हुए। पुलिस के अनुसार, आतंकवादियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछने के लिए उनके नाम पूछे और उसके आधार पर उन्हें निशाना बनाया। मारे गए लोगों में से तीन को छोड़कर बाकी सभी हिंदू थे।
इससे पहले गुरुवार को, भारत सरकार ने बताया कि अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत की और कहा कि अमेरिका भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। हेगसेथ ने टेलीफोन पर हुई बातचीत में पहलगाम में हुए “कायराना आतंकी हमले” में जानमाल के नुकसान पर गहरी संवेदना व्यक्त की।
इस बातचीत के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा सचिव को बताया कि पाकिस्तान का आतंकवादी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता देने का एक लंबा इतिहास रहा है।
27 अप्रैल को अमेरिका ने फिर दोहराया कि वह भारत और पाकिस्तान दोनों के संपर्क में है और दोनों देशों से आग्रह करता है कि वे इस हमले के कारण उपजे तनाव को जिम्मेदारी से और शांतिपूर्वक हल करने की दिशा में काम करें।
22 अप्रैल को ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मजबूती से खड़ा है।