Sunday, October 26, 2025

पहलगाम आतंकी हमले पर सलीम मर्चेंट ने जताया दुख, कहा- “क्या हत्यारे मुसलमान हैं? नहीं, वे आतंकवादी हैं”

जम्मू-कश्मीर की सुरम्य वादियों में हुआ हालिया आतंकी हमला पूरे देश को झकझोर कर रख गया है। कश्मीर की खूबसूरत बैसरन घाटी में निर्दोष पर्यटकों पर हुए इस हमले में कम से कम 28 लोगों की जान चली गई और 60 से अधिक घायल हुए हैं। यह हमला पहलगाम से मात्र पाँच किलोमीटर की दूरी पर हुआ, जो देशभर के सैलानियों के लिए एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है। मारे गए लोगों में अधिकांश हिंदू पर्यटक थे, जिससे यह हमला ‘पहलगाम नरसंहार’ के नाम से जाना जा रहा है।

इस दर्दनाक घटना पर पूरे देश में गुस्से और शोक की लहर दौड़ गई है। टीवी सितारों, फिल्मी हस्तियों, खिलाड़ियों और राजनेताओं ने सोशल मीडिया पर इस हमले की निंदा करते हुए अपनी संवेदनाएं ज़ाहिर की हैं। इस कड़ी में अब मशहूर बॉलीवुड गायक सलीम मर्चेंट का भी नाम जुड़ गया है, जिन्होंने एक भावनात्मक वीडियो संदेश के ज़रिए अपना दुख और गुस्सा जाहिर किया है।

सलीम मर्चेंट ने वीडियो में कहा,
“पहलगाम में मारे गए मासूम लोगों को इसलिए मारा गया क्योंकि वे हिंदू थे, मुसलमान नहीं। क्या हत्यारे मुसलमान हैं? नहीं, वे आतंकवादी हैं। क्योंकि इस्लाम ऐसा नहीं सिखाता। कुरान शरीफ़, सूरह अल-बक़रा, आयत 256 में कहा गया है कि धर्म में कोई बाध्यता नहीं है। यह कुरान शरीफ़ में लिखा है।”

सलीम ने आगे कहा,
“एक मुसलमान के तौर पर, मुझे यह देखकर शर्म आती है कि निर्दोष हिंदू भाई-बहनों को सिर्फ़ इसलिए बेरहमी से मारा जा रहा है क्योंकि वे हिंदू हैं। यह कब खत्म होगा? कश्मीर में रहने वाले लोग जो पिछले दो-तीन सालों से अच्छी तरह से रह रहे थे, उन्हें फिर से समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मुझे नहीं पता कि मैं अपना दुख और गुस्सा कैसे व्यक्त करूं।”

अंत में उन्होंने कहा,
“मैं सिर झुकाकर उन मासूम लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं जिन्होंने अपनी जान गंवाई। भगवान उन्हें और उनके परिवारों को शक्ति और समृद्धि प्रदान करें। ओम शांति।”

उनके इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर भावनाओं की लहर दौड़ा दी है। फैन्स ने कमेंट सेक्शन में टूटे दिल और रोने वाले इमोजी की भरमार कर दी।
मशहूर कॉमेडियन और अभिनेता मुनव्वर फारुकी ने भी सलीम मर्चेंट का यह वीडियो अपनी इंस्टा स्टोरी पर शेयर करते हुए लिखा, “Facts!”

यह हमला एक बार फिर सवाल खड़ा करता है कि आखिर कब तक निर्दोष लोगों को ऐसी घटनाओं की कीमत चुकानी पड़ेगी? कब तक धार्मिक पहचान के आधार पर नफ़रत और हिंसा फैलाई जाती रहेगी?

देश एकजुट होकर इस तरह की आतंकी मानसिकता के खिलाफ खड़ा है और उम्मीद करता है कि दोषियों को जल्द से जल्द सज़ा मिलेगी, और घाटी में दोबारा शांति लौटेगी।

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