Friday, October 24, 2025

नेपाल के शेरपा गाइड कामी रीता ने रचा इतिहास, 31वीं बार फतह की माउंट एवरेस्ट की चोटी

प्रसिद्ध नेपाली शेरपा गाइड कामी रीता ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। उन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट (8,849 मीटर) पर 31वीं बार सफल चढ़ाई कर अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। यह उपलब्धि उन्हें माउंट एवरेस्ट पर सबसे अधिक बार चढ़ने वाला व्यक्ति बनाती है — और इस रिकॉर्ड के करीब फिलहाल कोई भी नहीं है।

इस ऐतिहासिक अभियान का आयोजन सेवन समिट ट्रेक्स ने किया था। संस्था के अध्यक्ष मिंगमा शेरपा के अनुसार, 55 वर्षीय कामी रीता ने मंगलवार तड़के सुबह करीब 4 बजे, अनुकूल मौसम के बीच शिखर पर पहुंचकर यह सफलता हासिल की। इस दौरान वह भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज जोशी के नेतृत्व वाले एडवेंचर विंग एवरेस्ट अभियान की टीम का मार्गदर्शन कर रहे थे।

मिंगमा शेरपा ने काठमांडू पोस्ट से बातचीत में कहा, “यह नई उपलब्धि दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर सबसे अधिक बार चढ़ाई करने वाले व्यक्ति के रूप में उनकी स्थिति को और मजबूत करती है। कामी रीता शिखर पर पहुंचने के बाद पूरी तरह सुरक्षित हैं और अब बेस कैंप की ओर वापसी कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हमेशा की तरह, कामी ने इस बार भी अपने अनुभव, कौशल और व्यावसायिकता का अद्भुत परिचय दिया है। हमें उन पर और उनकी बनाई जा रही प्रेरणादायक विरासत पर बेहद गर्व है।”

पिछले दो वर्षों में, कामी रीता ने हर सीज़न में दो बार एवरेस्ट की चढ़ाई की है, जिससे उनके सफल अभियानों की संख्या अब 31 तक पहुंच गई है।

सेवन समिट ट्रेक्स के अभियान निदेशक चांग दावा शेरपा ने बताया कि कामी रीता को कम उम्र से ही पर्वतारोहण का गहरा शौक था। उन्होंने 1992 में एक सहायक स्टाफ के रूप में अपने पर्वतारोहण करियर की शुरुआत की थी। तब से लेकर अब तक वे 30 से अधिक वर्षों से हिमालय की ऊंचाइयों को छूते आ रहे हैं।

दावा के अनुसार, 1994 से 2025 के बीच, कामी रीता ने सिर्फ माउंट एवरेस्ट ही नहीं, बल्कि के2 और माउंट लोत्से पर एक-एक बार, मनास्लू पर तीन बार और चो ओयू पर आठ बार सफलतापूर्वक चढ़ाई की है।

हर वर्ष सैकड़ों पर्वतारोही, विशेष रूप से नेपाली शेरपा गाइड्स की सहायता से, माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का प्रयास करते हैं। यह परंपरा 1953 में शुरू हुई थी, जब न्यूजीलैंड के एडमंड हिलेरी और नेपाली शेरपा तेनजिंग नोर्गे ने पहली बार माउंट एवरेस्ट की चोटी फतह की थी।

कामी रीता की यह ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल नेपाल के लिए गौरव का विषय है, बल्कि पूरी दुनिया के पर्वतारोहण समुदाय के लिए एक प्रेरणा है।

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