Saturday, October 25, 2025

नायडू लगातार 30वीं बार TDP प्रमुख चुने गए

तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के संस्थापक एनटी रामाराव के दामाद और वरिष्ठ नेता एन. चंद्रबाबू नायडू को लगातार 30वें वर्ष सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष चुना गया है।

TDP चुनाव समिति के अध्यक्ष और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रामैया ने यह घोषणा की कि नायडू को एक बार फिर से पार्टी अध्यक्ष चुना गया है क्योंकि इस पद के लिए केवल उन्हीं का नामांकन दाखिल किया गया था।

शपथ लेने के बाद नायडू ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ खड़े रहने और पार्टी को और अधिक सशक्त बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, “मैं पार्टी के प्रत्येक सदस्य को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने सर्वसम्मति से मुझे दोबारा इस जिम्मेदारी के लिए चुना। तेलुगु देशम पार्टी की असली ताकत और आत्मा इसके नेता और समर्पित कार्यकर्ता हैं।”

नायडू को पहली बार अगस्त 1995 में पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था, जब उन्होंने अपने ससुर और TDP के संस्थापक एनटी रामाराव को पद से हटाया था। तब से अब तक वे लगातार हर वर्ष सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष बनते आ रहे हैं।

इस बार TDP के कार्यकारी अध्यक्ष पद को लेकर भी अटकलें तेज थीं। हालांकि नायडू के बेटे और TDP महासचिव नारा लोकेश की नियुक्ति की औपचारिक घोषणा नहीं हुई, लेकिन पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सार्वजनिक रूप से मांग की कि उन्हें यह जिम्मेदारी दी जाए।

राज्य इकाई के अध्यक्ष पल्ला श्रीनिवास राव, पोलित ब्यूरो सदस्य कलवा श्रीनिवासुलु, केंद्रीय मंत्री के. राममोहन नायडू और राज्य के वित्त मंत्री पय्यावुला केसव सहित कई नेताओं ने महानाडु में बोलते हुए लोकेश को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की सिफारिश की।

पूर्व मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता धुलिपल्ला नरेंद्र ने बताया कि गुंटूर जिला इकाई द्वारा आयोजित मिनी महानाडु में एक प्रस्ताव पारित किया गया है, जिसमें लोकेश को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने बताया, “हमने यह प्रस्ताव नायडू जी को सौंपा है और उनसे आग्रह किया है कि वे लोकेश को प्रमुख जिम्मेदारियां सौंपें।”

पय्यावुला केसव ने कहा कि लोकेश को कार्यकारी अध्यक्ष बनाना जरूरी है। उन्होंने कहा, “लोकेश इस पद के लिए पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं की सर्वसम्मति से पसंद हैं।”

महानाडु को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने विस्तार से बताया कि मई 2024 के विधानसभा चुनावों में TDP, जन सेना पार्टी (JSP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ मिलकर गठबंधन ने किस तरह राज्य की सत्ता में भारी बहुमत के साथ वापसी की।

उन्होंने कहा, “आंध्र प्रदेश की जनता ने इतिहास में पहली बार इतना बड़ा और निर्णायक जनादेश देकर TDP-JSP-BJP गठबंधन का समर्थन किया है। इस गठबंधन ने 94% सफलता दर के साथ एक असाधारण लहर बनाई, जो भारत के राजनीतिक इतिहास में दुर्लभ है। 57% मतों के साथ लोगों ने इस गठबंधन को आशीर्वाद दिया।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गठबंधन 2029 के चुनावों में भी एकजुट रहेगा और उससे भी बड़ी जीत हासिल करेगा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, “2029 के चुनावों में 2024 से भी अधिक बहुमत से जीत हासिल करने की जिम्मेदारी अब आप सभी की है। आपको इसे स्वीकार करना चाहिए और इसमें गर्व महसूस करना चाहिए।”

महानाडु में पारित राजनीतिक प्रस्ताव में उन सभी तेलुगु मतदाताओं का धन्यवाद किया गया जो आंध्र प्रदेश से बाहर रहते हैं, साथ ही दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आए एनआरआई का भी आभार जताया गया जिन्होंने इस गठबंधन को भरपूर समर्थन और वोट दिया।

इस प्रस्ताव में पार्टी के संस्थापक एनटी रामाराव के मूल्यों और आदर्शों के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया गया और नायडू के चार दशकों की राजनीतिक यात्रा, प्रशासनिक सुधारों और समावेशी विकास के वादों पर प्रकाश डाला गया।

प्रस्ताव में यह भी रेखांकित किया गया कि किस तरह 1982 में तेलुगु स्वाभिमान के आंदोलन से जन्मी पार्टी ने कल्याणकारी शासन से लेकर राष्ट्रीय राजनीति तक अपनी भूमिका निभाई है।

महानाडु का समापन पार्टी के छह सूत्रीय एजेंडे को लागू करने की अपील के साथ हुआ:

  1. नेता के रूप में कैडर
  2. युवा सशक्तिकरण
  3. सामाजिक न्याय
  4. महिला कल्याण
  5. किसान समर्थन
  6. वैश्विक तेलुगु पहचान

पार्टी ने संकल्प लिया कि इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए वह समर्पित होकर कार्य करती रहेगी।

Latest news
Related news