Thursday, July 31, 2025

दिग्गज पाकिस्तानी अदाकारा आयशा खान अपने कराची अपार्टमेंट में मृत पाई गईं

क्लासिक टेलीविजन ड्रामों में अपनी गहरी छाप छोड़ने वाली वरिष्ठ पाकिस्तानी अदाकारा आयशा खान का निधन हो गया है। वह कराची स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाई गईं।

76 वर्षीय अभिनेत्री की एक सप्ताह पुरानी लाश मिली
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, 76 वर्षीय आयशा खान की लाश कराची के गुलशन-ए-इकबाल ब्लॉक 7 में उनके अपार्टमेंट से उनके निधन के लगभग एक सप्ताह बाद बरामद की गई। उनके निधन की खबर ने उनके प्रशंसकों और टेलीविजन इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ा दी है।

कलात्मक विरासत और पारिवारिक पृष्ठभूमि
1948 में जन्मी आयशा खान, दिवंगत प्रसिद्ध अभिनेत्री खालिदा रियासत की बड़ी बहन थीं। दोनों बहनों ने अपने-अपने समय में पाकिस्तानी टेलीविजन इंडस्ट्री को बेहतरीन अभिनय से समृद्ध किया।

प्रसिद्ध टीवी ड्रामों में निभाईं यादगार भूमिकाएं
आयशा खान ने अरूसा, अफशान, शाम से पहले, और फैमिली 93 जैसे लोकप्रिय ड्रामों में अपनी अदाकारी के जरिए दर्शकों के दिलों में गहरी जगह बनाई। उनके सूक्ष्म और संवेदनशील अभिनय, गरिमामय अंदाज़ और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व ने उन्हें घर-घर में पहचाना जाने वाला नाम बना दिया।

शोक संदेशों का सिलसिला
उनकी मृत्यु की खबर सबसे पहले अभिनेता खालिद अनम ने इंस्टाग्राम पर एक भावनात्मक पोस्ट के माध्यम से साझा की। उन्होंने लिखा,
“बहुत दुख के साथ हम दिग्गज पाकिस्तानी अभिनेत्री आयशा खान के जून 2025 में निधन की खबर साझा करते हैं।”
इस खबर के बाद सोशल मीडिया पर उनके चाहने वालों और सहकर्मियों की ओर से शोक संदेशों की बाढ़ आ गई।

पाकिस्तान की कला परिषद के अध्यक्ष अहमद शाह ने आयशा खान के निधन को “देश के नाटक उद्योग के लिए एक गहरी क्षति” बताया। उन्होंने कहा कि आयशा जैसे कलाकार विरले ही होते हैं, जिन्होंने न केवल अभिनय किया बल्कि कई पीढ़ियों को प्रेरणा भी दी।

अभिनेता अदनान सिद्दीकी ने भी इंस्टाग्राम पर एक मार्मिक श्रद्धांजलि पोस्ट साझा करते हुए लिखा:
“मैं उनसे अपने पहले नाटक ‘अरूसा’ के सेट पर मिला था; तब मैं एक नौसिखिया था। मेरे पास कुछ ही मॉडलिंग असाइनमेंट और विज्ञापन थे। वह मेरी ऑन-स्क्रीन माँ थीं, लेकिन उनमें एक असली माँ जैसी करुणा थी। उनकी उपस्थिति मुझे सुकून देती थी, मुझे ज़मीन से जोड़ती थी और किसी भी जगह को और मानवीय बना देती थी।”

उन्होंने आगे लिखा:
“एक ऐसा उद्योग जो तेज़, कठोर और अक्सर हलचल भरा होता है, उसमें आयशा जी ने खुद को एक शांत गरिमा के साथ प्रस्तुत किया। उन्हें कभी कुछ साबित करने की आवश्यकता नहीं पड़ी – उनका अभिनय ही उनके लिए सब कुछ कह जाता था।”

अंतिम विदाई
अभी तक उनके अंतिम संस्कार से जुड़ी कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन पाकिस्तान की कला और मनोरंजन जगत में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

आयशा खान ने अपने अभिनय और गरिमामयी व्यक्तित्व से जो स्थान लोगों के दिलों में बनाया, वह हमेशा अमिट रहेगा। उनका जाना एक युग के अंत जैसा है।

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