मंगलवार को दक्षिण कोरिया में एक एक्सप्रेसवे के निर्माण स्थल पर पुल ढह जाने से चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जिनमें दो चीनी नागरिक भी शामिल थे। इस हादसे में छह अन्य लोग घायल हो गए।
नाटकीय वीडियो सामने आया
स्थानीय मीडिया ने इस हादसे का नाटकीय वीडियो प्रसारित किया, जिसमें पुल का एक हिस्सा अचानक गिरते हुए दिखा। इस गिरावट के कारण हवा में धूल और धुएं का विशाल गुबार छा गया, जिससे पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई।
अधिकारियों का बयान
राष्ट्रीय अग्निशमन एजेंसी ने अपने बयान में बताया कि इस दुर्घटना में कुल चार लोगों की जान चली गई, जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं और एक व्यक्ति को मामूली चोटें आई हैं।
आंतरिक मंत्रालय के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि मृतकों में दो चीनी नागरिक और दो दक्षिण कोरियाई नागरिक शामिल हैं।
कहां हुआ हादसा?
यह घटना राजधानी सियोल से लगभग 65 किलोमीटर (40 मील) दक्षिण में स्थित अनसियोंग में सुबह लगभग 9:50 बजे (0050 GMT) हुई।
राष्ट्रीय अग्निशमन एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा, “घायल हुए सभी लोगों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है।”
पहले स्थान को लेकर हुआ भ्रम
पहले, राष्ट्रीय अग्निशमन एजेंसी ने यह जानकारी दी थी कि यह हादसा पास के शहर चेओनान में हुआ, लेकिन बाद में इस दावे को सही करते हुए बताया कि दुर्घटना अनसियोंग में हुई थी।
निर्माण कंपनी ने मांगी माफ़ी
इस निर्माण स्थल के मुख्य ठेकेदार हुंडई इंजीनियरिंग ने इस दर्दनाक घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और माफी मांगी। कंपनी ने कहा कि वह अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है और जांच में पूरी तरह से मदद करेगी।
हुंडई इंजीनियरिंग ने अपने बयान में कहा, “हम उन सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने इस दुर्घटना में अपनी जान गंवाई या घायल हुए।”
उन्होंने आगे कहा, “हम घटना के कारणों की गहन जांच में अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और प्रभावित परिवारों की सहायता सुनिश्चित करेंगे।”
राष्ट्रपति कार्यालय की प्रतिक्रिया
दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति चोई सांग-मोक ने बचाव और राहत कार्यों के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों और कर्मियों को तुरंत जुटाने का आदेश दिया।
कार्यस्थल पर सुरक्षा को लेकर चिंताएँ
सियोल के श्रम मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2020 से 2023 के बीच दक्षिण कोरिया में 8,000 से अधिक कार्यस्थल से संबंधित मौतें दर्ज की गई हैं। इस दुर्घटना ने एक बार फिर निर्माण स्थलों पर सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर कर दिया है।