दक्षिण कोरिया की अदालत ने महाभियोग झेल रहे राष्ट्रपति यून सुक येओल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। जांचकर्ताओं ने मंगलवार को जानकारी दी कि राष्ट्रपति यून पर सैन्य कार्रवाई करने के लिए अल्पकालिक और अनधिकृत प्रयास करने का आरोप है।
संयुक्त जांच मुख्यालय ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा, “आज सुबह, अदालत ने संयुक्त जांच मुख्यालय द्वारा राष्ट्रपति यून सुक येओल के खिलाफ गिरफ्तारी और तलाशी वारंट के अनुरोध को मंजूरी दे दी।”
बयान में यह भी बताया गया कि जांच के तहत राष्ट्रपति यून पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए सैन्य अभियानों को बिना उचित प्रक्रिया के संचालित करने का प्रयास किया। इस कदम ने न केवल देश की सुरक्षा को खतरे में डाला, बल्कि संवैधानिक नियमों का भी उल्लंघन किया।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटनाक्रम दक्षिण कोरिया के राजनीतिक परिदृश्य में एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हो सकता है। अदालत का यह निर्णय राष्ट्रपति के खिलाफ पहले से चल रहे महाभियोग की प्रक्रिया को और मजबूत कर सकता है।
इस मामले में आगे की जांच और कानूनी प्रक्रिया का जनता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है।