Sunday, February 23, 2025

थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति खाद्य कीमतों में नरमी से घटकर 2.3% पर आई

खाद्य कीमतों में नरमी के चलते जनवरी में थोक मूल्य मुद्रास्फीति में मामूली गिरावट दर्ज की गई, जो आपूर्ति में सुधार के कारण कीमतों पर दबाव में कमी का संकेत देती है।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक (WPI) के आधार पर मापी गई मुद्रास्फीति जनवरी में वार्षिक आधार पर 2.3% बढ़ी, जो दिसंबर में 2.4% थी।

मंत्रालय के आधिकारिक बयान के अनुसार, जनवरी 2025 में मुद्रास्फीति की सकारात्मक दर मुख्य रूप से खाद्य उत्पादों, खाद्य वस्तुओं, अन्य विनिर्माण, गैर-खाद्य वस्तुओं और वस्त्रों के निर्माण की कीमतों में वृद्धि के कारण बनी रही। इससे पहले, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चला था कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के आधार पर मापी गई खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में पांच महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई थी, जिसे खाद्य कीमतों में नरमी का समर्थन मिला।

आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति जनवरी में 6% से घटकर 5.9% पर आ गई। सब्जियों की कीमतों में भी गिरावट आई, जो दिसंबर के 28.7% से घटकर 8.4% पर पहुंच गई। आलू की महंगाई दर में भी कुछ नरमी आई और यह दिसंबर के 93.2% से घटकर 74.3% पर आ गई। हालांकि, प्याज की कीमतों में जनवरी में 28.3% की वृद्धि दर्ज की गई, जो दिसंबर में 16.8% थी।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस महीने की शुरुआत में ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की, जो लगभग पांच वर्षों में पहली कटौती थी। यह निर्णय मुख्य रूप से मुद्रास्फीति में नरमी को ध्यान में रखते हुए लिया गया।

Latest news
Related news