आधी सदी से भी ज़्यादा समय बाद तेलंगाना के कुछ हिस्सों में बुधवार सुबह 7:27 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.3 मापी गई। भूकंप का केंद्र मुलुगु जिले के मेदारम में था।
हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई) के भूकंप विज्ञान प्रमुख (सेवानिवृत्त) डॉ. श्री नागेश ने बताया कि इससे पहले 1969 में भद्राचलम क्षेत्र में इसी तीव्रता का भूकंप आया था। उन्होंने कहा, “एनजीआरआई का भूकंप विज्ञान प्रभाग पिछले कई दशकों से भद्राचलम-मेदारम क्षेत्र की भूकंपीय गतिविधियों पर नज़र रख रहा है। यह क्षेत्र भूकंपीय ज़ोन 3 में आता है, इसलिए यहां नियमित रूप से छोटे भूकंप आते रहते हैं।”
उन्होंने आगे बताया, “पिछले एक दशक में इस क्षेत्र में 2-4 तीव्रता के भूकंप सामान्य बात हो गई थी। हालांकि, 1969 के बाद पहली बार 5.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया है। इस घटना ने विशेषज्ञों का ध्यान फिर से खींचा है।”
भूकंप के कारण फिलहाल किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है। लेकिन स्थानीय प्रशासन और वैज्ञानिक टीम स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इस क्षेत्र में ऐसे भूकंपों का आना भूगर्भीय परिवर्तनों और प्लेटों की हलचल का संकेत हो सकता है।
लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन द्वारा जारी किसी भी निर्देश का पालन करने की सलाह दी गई है।