तेलंगाना ने दावोस में आयोजित 2025 के विश्व आर्थिक मंच (WEF) में 1.78 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड तोड़ निवेश हासिल किया है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के मुकाबले चार गुना अधिक है।
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इस निवेश से राज्य में 49,500 से अधिक नई नौकरियां उत्पन्न होने की संभावना है। यह उपलब्धि तेलंगाना को एक उभरते हुए वैश्विक निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करती है।
मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में तेलंगाना के प्रतिनिधिमंडल ने दावोस में प्रौद्योगिकी, हरित ऊर्जा, रक्षा और डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में 16 प्रमुख कंपनियों के साथ बड़े समझौते किए।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “दावोस में हासिल किया गया 1.78 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश तेलंगाना के लिए एक गेम चेंजर है। इस सफलता में अमेज़ॅन (AWS), सन पेट्रोकेमिकल्स और मेघा इंजीनियरिंग जैसी वैश्विक कंपनियों की बड़ी भूमिका है।”
गौरतलब है कि तेलंगाना सरकार ने 2024 में WEF के दौरान 41,000 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया था।
प्रमुख निवेश सौदे
दावोस में तेलंगाना द्वारा किए गए निवेश सौदों में अमेज़ॅन के साथ 60,000 करोड़ रुपये का समझौता सबसे बड़ा है। इसके बाद सन पेट्रोकेमिकल्स ने 45,500 करोड़ रुपये का निवेश किया।
इसके अलावा, प्रमुख आईटी कंपनियां जैसे एचसीएल, इंफोसिस और विप्रो ने हजारों कुशल श्रमिकों को रोजगार देने की प्रतिबद्धता जताई है।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के अलावा, तेलंगाना की टीम में आईटी और उद्योग मंत्री डी. श्रीधर बाबू, विशेष मुख्य सचिव जयेश रंजन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
तेलंगाना सरकार के इस ऐतिहासिक कदम ने राज्य को वैश्विक निवेश मानचित्र पर एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।