Monday, January 6, 2025

डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों के दबाव में रुपया नए निचले स्तर पर

रुपये के लिए यह सप्ताह बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। वैश्विक स्तर पर डॉलर की मजबूती और कमजोर चीनी युआन के चलते भारतीय मुद्रा शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले 85.77 के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुई।

शेयर बाजार में गिरावट
शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट देखने को मिली। आईटी और बैंकिंग सेक्टर में भारी बिकवाली के कारण बेंचमार्क सेंसेक्स 720 अंक से ज्यादा टूट गया।

रुपये की कमजोरी और आरबीआई का हस्तक्षेप
अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 85.75 के पिछले बंद स्तर के मुकाबले 85.76 पर खुला। इसके बाद यह 85.80 के इंट्रा-डे निचले स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के संदिग्ध हस्तक्षेप के कारण यह इन स्तरों से थोड़ा उबर सका और 85.77 पर बंद हुआ।

डॉलर इंडेक्स और कच्चे तेल का प्रभाव
डॉलर इंडेक्स, जो छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाता है, 109 अंक के पार चला गया। इसके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती ने भी रुपये पर दबाव बढ़ा दिया। ब्रेंट क्रूड 76.19 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था, जो पहले 75.93 डॉलर प्रति बैरल था।

चीनी युआन का प्रभाव
कमजोर चीनी युआन ने भी रुपये की स्थिति को प्रभावित किया। युआन ने डॉलर के मुकाबले 7.3 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार किया और ऑनशोर बाजार में 0.14% की गिरावट के साथ 7.3093 पर बंद हुआ।

विशेषज्ञों की राय
विदेशी मुद्रा विशेषज्ञों ने रुपये की इस गिरावट पर आश्चर्य नहीं जताया। उनका मानना है कि मजबूत अमेरिकी डॉलर और आयातकों की ओर से डॉलर की बढ़ती मांग के चलते रुपया और गिर सकता है।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, “रुपया 85.60 से 86 के दायरे में कारोबार कर सकता है। आरबीआई का हस्तक्षेप रुपये को कुछ सहारा दे सकता है।”
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी शोध विश्लेषक जतिन त्रिवेदी ने भी कहा कि निकट भविष्य में रुपया 85.60 से 86.00 के बीच दबाव में रह सकता है।

शेयर बाजार में मुनाफावसूली और निवेशकों का सतर्क रुख
शेयर बाजार में निवेशकों ने अगले सप्ताह शुरू होने वाले तिमाही परिणामों से पहले कुछ काउंटरों में मुनाफावसूली की। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) 9 जनवरी को अपने तीसरी तिमाही के नतीजे पेश करेगी, जबकि एचसीएल टेक्नोलॉजीज और इंफोसिस क्रमशः 13 और 16 जनवरी को अपने आंकड़े जारी करेंगे।

सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट
30 शेयरों वाला सेंसेक्स 80072.99 पर सकारात्मक शुरुआत के बावजूद दिन में 833.98 अंक गिरकर 79109.73 के निचले स्तर पर पहुंच गया। अंततः सेंसेक्स 720.60 अंक गिरकर 79223.11 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी 183.90 अंक की गिरावट के साथ 24004.75 पर बंद हुआ।

फेडरल रिजर्व और वैश्विक दृष्टिकोण
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “अमेरिका में बेरोजगारी के दावों में कमी और फेड की ब्याज दरें कम करने की धीमी संभावना के कारण निवेशकों में बिकवाली का रुझान है।”
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि रुपये की स्थिति और बाजार की चाल को लेकर आरबीआई की नीति और वैश्विक कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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