Sunday, February 23, 2025

टाटा स्टील के शेयर सुर्खियों में

टाटा स्टील के शेयर आज चर्चा में हैं, क्योंकि कंपनी ने घोषणा की है कि नीथ पोर्ट टैलबोट काउंसिल की योजना समिति ने पोर्ट टैलबोट में इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस स्टीलमेकिंग परियोजना के लिए टाटा स्टील यूके के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

मंगलवार को टाटा स्टील के शेयर 0.11% की बढ़त के साथ 134.90 रुपये पर बंद हुए। इस बढ़त के साथ कंपनी का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) 1.67 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कुल 23.10 लाख शेयरों का कारोबार हुआ, जिससे बीएसई पर 30.65 करोड़ रुपये का कुल लेन-देन हुआ। टाटा समूह के इस शेयर का एक साल का बीटा 1.4 है, जो इस अवधि के दौरान अधिक अस्थिरता (वोलाटिलिटी) को दर्शाता है।

शेयर प्रदर्शन और मूविंग एवरेज

टाटा स्टील का स्टॉक 50-दिन, 100-दिन, 150-दिन और 200-दिन के मूविंग एवरेज से नीचे कारोबार कर रहा है। हालांकि, यह 5-दिन, 10-दिन, 20-दिन, 30-दिन और 50-दिन के मूविंग एवरेज से ऊपर बना हुआ है। पिछले एक वर्ष में इस शेयर में 5.51% की गिरावट दर्ज की गई है।

तकनीकी संकेतक और आरएसआई

टाटा स्टील के स्टॉक का सापेक्ष शक्ति सूचकांक (RSI) 52 पर है, जो यह दर्शाता है कि यह न तो अधिक खरीदे गए (ओवरबॉट) और न ही अधिक बेचे गए (ओवरसोल्ड) क्षेत्र में है।

1.25 बिलियन पाउंड का बड़ा निवेश

इस परियोजना में कुल 1.25 बिलियन पाउंड का निवेश किया जाएगा, जिसमें से 500 मिलियन पाउंड का वित्तीय सहयोग यूके सरकार द्वारा दिया जाएगा। इस महत्वपूर्ण निवेश से टाटा स्टील यूके में लगभग 5,000 नौकरियाँ सुरक्षित रहेंगी और साथ ही, इस साइट पर कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जन में 90% तक की कमी आएगी।

टाटा स्टील यूके के सीईओ राजेश नायर ने इस अवसर पर कहा,
“यह 1.25 बिलियन पाउंड का निवेश यूके के स्टील उद्योग में दशकों में किया गया सबसे महत्वपूर्ण निवेश है। यह परियोजना उच्च गुणवत्ता वाले स्टील उत्पादन को सुनिश्चित करेगी, हजारों नौकरियों को संरक्षित करेगी और पोर्ट टैलबोट में आने वाली पीढ़ियों के लिए स्टील उत्पादन को सुरक्षित बनाएगी।”

इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस: पर्यावरण के अनुकूल तकनीक

इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (EAF) तकनीक मुख्य रूप से स्क्रैप स्टील को पिघलाने के लिए बिजली का उपयोग करती है। यह पारंपरिक विधियों की तुलना में अधिक पर्यावरण के अनुकूल है क्योंकि इसमें आयातित लौह अयस्क और कोयले की आवश्यकता नहीं होती। यूके में स्क्रैप स्टील की भरपूर उपलब्धता को देखते हुए, यह तकनीक अधिक कुशल और टिकाऊ मानी जाती है।

गौरतलब है कि इस साइट पर पुरानी लौह और स्टील बनाने वाली संपत्तियाँ—जिनमें बंदरगाह, कोक ओवन, सिंटर प्लांट और ब्लास्ट फर्नेस शामिल थे—पिछले साल बंद कर दिए गए थे। इस नई तकनीक के आने से स्टील उत्पादन का भविष्य अधिक हरित (ग्रीन) और टिकाऊ होने की उम्मीद है।

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