Wednesday, January 22, 2025

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने बदहाल गांव का दौरा किया, शोक संतप्त परिवारों से मिले

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को राजौरी जिले के कोटरंका के सुदूर बदहाल गांव का दौरा किया। उन्होंने उन तीन शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात की, जिन्होंने दिसंबर से अब तक रहस्यमय बीमारी के कारण अपने 17 प्रियजनों को खो दिया है। इसी दौरान, गांव के एक 25 वर्षीय युवक को गंभीर हालत में राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में भर्ती कराया गया।

अधिकारियों के अनुसार, बदहाल निवासी एजाज अहमद में रहस्यमय बीमारी के सटीक लक्षण (जैसे तेज बुखार, शरीर में दर्द, उल्टी और बेहोशी) नहीं पाए गए, लेकिन एहतियात के तौर पर उन्हें तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई गई।

मुख्यमंत्री का यह दौरा उस समय हुआ जब सामूहिक मौतों के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालयी टीम गांव में मौजूद थी। उमर अब्दुल्ला ने बुधल के विधायक जावेद इकबाल चौधरी के साथ मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए कब्रिस्तान में भी शिरकत की।

गौरतलब है कि 12 जनवरी से गांव में एक फातिहा (स्मारक) समारोह के बाद आठ लोगों ने बुखार, पसीना, उल्टी और निर्जलीकरण जैसे लक्षणों के कारण दम तोड़ दिया। मृतकों में छह भाई-बहन, उनके नाना और उनकी पत्नी शामिल हैं। इससे पहले दिसंबर में, इन्हीं भाई-बहनों के दो अन्य परिवारों के नौ सदस्य इसी तरह से मौत का शिकार हुए थे।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस त्रासदी पर गहरा शोक व्यक्त किया और प्रभावित परिवारों को हरसंभव सरकारी सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने राजौरी के डिप्टी कमिश्नर अभिषेक शर्मा को निर्देश दिया कि शोक संतप्त परिवारों की सहायता में कोई कसर न छोड़ी जाए। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता इन मौतों को तुरंत रोकना और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को टालना है।

उमर अब्दुल्ला ने बताया कि इस रहस्यमय बीमारी के पीछे के कारणों की जांच के लिए एक विस्तृत अध्ययन जारी है, और इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी। उन्होंने कहा, “नागरिक प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सक्रिय रूप से इस मामले को सुलझाने में जुटे हैं। पुलिस ने भी मौतों की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है।”

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने इस समस्या की तह तक जाने के लिए एक केंद्रीय टीम नियुक्त की है। उन्होंने सभी से अपील की कि संबंधित एजेंसियों को अपना काम करने दिया जाए और इस मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप से बचा जाए।

इस मौके पर बुधल के विधायक ने मुख्यमंत्री को प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने का प्रस्ताव सौंपा। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इस प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।

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