छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ में कम से कम 26 माओवादी मारे गए हैं। यह मुठभेड़ नारायणपुर और बीजापुर जिले की सीमा पर स्थित अबूझमाड़ के घने जंगलों में चल रही है, जो करीब 50 घंटे से अधिक समय से जारी है।
माओवादियों के माड़ डिवीजन से जुड़े वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव जिलों की जिला रिजर्व गार्ड (DRG) की संयुक्त टीम ने अबूझमाड़ क्षेत्र में एक विशेष अभियान शुरू किया था। इसी दौरान माओवादियों से मुठभेड़ हो गई।
यह मुठभेड़ ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ के एक महीने बाद हुई है। इस ऑपरेशन की शुरुआत छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के पास स्थित कर्रेगुट्टालू हिल (KGH) क्षेत्र में माओवादियों की गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद की गई थी।
लगातार 21 दिनों तक चले इस ऑपरेशन में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और राज्य पुलिस बल ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए अब तक कुल 31 माओवादियों को मार गिराया है, जिन पर कुल 1.72 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था। इसके अलावा, सुरक्षाबलों ने 214 माओवादी ठिकानों और बंकरों को भी ध्वस्त किया है।
ऑपरेशन के दौरान बड़ी मात्रा में अत्याधुनिक विस्फोटक सामग्री भी जब्त की गई है, जिसमें बीजीएल गोले, डेटोनेटर, और अन्य विस्फोटक उपकरण शामिल हैं। साथ ही लगभग 12,000 किलोग्राम खाद्य आपूर्ति भी बरामद की गई है, जिससे माओवादियों के रसद नेटवर्क पर भी बड़ा प्रहार हुआ है।
सुरक्षा बलों की इस सफलता को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, जो आने वाले समय में माओवादी गतिविधियों को कमजोर करने में अहम भूमिका निभा सकती है।