Monday, December 23, 2024

गौतम अडानी के खिलाफ अमेरिकी ‘रिश्वत’ के आरोपों पर अडानी समूह ने प्रतिक्रिया दी

अडानी समूह ने गुरुवार को अमेरिकी अभियोजकों द्वारा लगाए गए उन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने आकर्षक सरकारी अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को $250 मिलियन (₹2,100 करोड़ से अधिक) की रिश्वत दी थी।

अडानी समूह ने अपने बयान में कहा, “अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SEC) द्वारा अडानी ग्रीन के निदेशकों पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। इनका खंडन किया जाता है।”

क्या हैं आरोप?

अमेरिकी अभियोजकों का दावा है कि गौतम अडानी ने भारतीय अधिकारियों को सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए अनुकूल शर्तों के बदले रिश्वत दी।
अभियोजकों के अनुसार:

  • गौतम अडानी ने कथित तौर पर कई मौकों पर भारतीय अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की।
  • सह-षड्यंत्रकारियों ने इस साजिश को अंजाम देने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक मैसेजिंग ऐप के जरिए संवाद किया।
  • उन्होंने रिश्वतखोरी के प्रयासों का विस्तृत इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज़ीकरण किया, जिसमें रिश्वत की राशियों, स्थानों और प्राप्तकर्ताओं को ट्रैक करने के लिए सेल फोन और दस्तावेज़ का उपयोग किया गया।
  • पावरपॉइंट और एक्सेल प्रेजेंटेशन के माध्यम से रिश्वत देने के तरीकों का विश्लेषण किया गया।
  • इन प्रस्तुतियों में “विकास शुल्क” के रूप में भुगतान करने के सुझाव भी शामिल थे।

कोड नाम और सबूत नष्ट करने के आरोप

अभियोजकों का कहना है कि षड्यंत्र में शामिल लोग एक-दूसरे को कोड नामों जैसे “वी,” “स्नेक,” और “न्यूमेरो यूनो माइनस वन” से पुकारते थे। गौतम अडानी को “मिस्टर ए,” “न्यूमेरो यूनो,” और “द बिग मैन” जैसे नामों से संबोधित किया गया।

यह भी आरोप लगाया गया है कि योजना में शामिल लोगों ने सबूत नष्ट करने की कोशिश की, जिसमें पावरपॉइंट फाइलें और इलेक्ट्रॉनिक संचार शामिल थे।

FBI सम्मन और सर्च वारंट से जुड़े आरोप

गौतम अडानी पर यह भी आरोप है कि उन्होंने अपने भतीजे और सह-प्रतिवादी सागर अडानी को FBI द्वारा सौंपे गए सर्च वारंट और ग्रैंड जूरी सम्मन के प्रत्येक पृष्ठ की तस्वीरें खुद को ईमेल कीं।

अडानी समूह की प्रतिक्रिया

अडानी समूह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “हम एक कानून का पालन करने वाला संगठन हैं और अपने संचालन के सभी क्षेत्रों में शासन, पारदर्शिता और विनियामक अनुपालन के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

समूह के प्रवक्ता ने अमेरिकी न्याय विभाग के एक बयान का हवाला देते हुए कहा, “अभियोग में लगाए गए आरोप केवल आरोप हैं। जब तक दोषी साबित नहीं होते, प्रतिवादियों को निर्दोष माना जाता है।”

उन्होंने आगे कहा, “हम अपने हितधारकों, भागीदारों और कर्मचारियों को आश्वस्त करते हैं कि हम पूरी तरह से सभी कानूनों का अनुपालन करते हैं।”

यह घटनाक्रम गौतम अडानी और उनके समूह के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। हालांकि, अडानी समूह ने स्पष्ट कर दिया है कि वे इन आरोपों का कड़ा विरोध करेंगे।

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