Monday, November 17, 2025

गृह मंत्रालय ने 7 मई को राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल का आदेश क्यों दिया

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि वे बुधवार, 7 मई को देशभर के 244 वर्गीकृत नागरिक सुरक्षा जिलों में एक राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल आयोजित करें। यह निर्णय वर्तमान वैश्विक और क्षेत्रीय भू-राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए लिया गया है, जिसमें “नए और जटिल खतरे” उभर कर सामने आए हैं।

यह आदेश ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान ने भारत के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बीच “अभ्यास इंडस” के तहत दो दिनों में दूसरी बार मिसाइल परीक्षण किया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस परीक्षण को सफल बताते हुए कहा कि इससे यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान की रक्षा मजबूत हाथों में है।

गृह मंत्रालय के अंतर्गत अग्निशमन सेवा, नागरिक सुरक्षा और गृह रक्षक महानिदेशालय द्वारा जारी पत्र में कहा गया है, “वर्तमान भू-राजनीतिक परिदृश्य में नए और जटिल खतरे सामने आए हैं। ऐसे में यह अत्यंत आवश्यक है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हर समय नागरिक सुरक्षा की तैयारियों को उच्चतम स्तर पर बनाए रखा जाए।”

आदेश में शामिल प्रमुख बिंदु:

गृह मंत्रालय के अनुसार, इस मॉक ड्रिल के निम्नलिखित उद्देश्य निर्धारित किए गए हैं:

  • हवाई हमले की चेतावनी प्रणालियों की प्रभावशीलता का परीक्षण करना।
  • भारतीय वायुसेना के साथ हॉटलाइन और रेडियो संचार लिंक का संचालन।
  • नियंत्रण कक्षों और छाया नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता की जांच करना।
  • आपात स्थिति में नागरिकों, छात्रों आदि को आत्म-सुरक्षा और नागरिक सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण देना।
  • अचानक बिजली कटौती (क्रैश ब्लैकआउट) जैसे उपायों को लागू करना।
  • महत्वपूर्ण संयंत्रों और प्रतिष्ठानों को शीघ्रता से छिपाने (छलावरण) की व्यवस्था करना।
  • वार्डन सेवा, अग्निशमन, बचाव कार्यों और डिपो प्रबंधन जैसी नागरिक सुरक्षा सेवाओं की सक्रियता और उनकी प्रतिक्रिया की जांच करना।
  • निकासी योजनाओं की तैयारी और उनके प्रभावी कार्यान्वयन का मूल्यांकन करना।

पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि इस अभ्यास की योजना गांव स्तर तक बनाई गई है, ताकि स्थानीय स्तर पर भी नागरिक सुरक्षा तंत्र की प्रभावशीलता और तत्परता सुनिश्चित की जा सके।

कौन-कौन होंगे शामिल?

इस राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल में जिला नियंत्रक, स्थानीय प्रशासन, नागरिक सुरक्षा वार्डन, स्वयंसेवक, सक्रिय और रिज़र्व होमगार्ड, राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC), राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS), नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS) के सदस्य, और कॉलेज व स्कूल के छात्र-छात्राओं की सक्रिय भागीदारी की अपेक्षा की गई है।

इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य नागरिक सुरक्षा प्रणाली की वर्तमान स्थिति का आकलन करना और उसे सुधारना है, ताकि किसी भी संभावित आपातकालीन स्थिति का प्रभावी ढंग से सामना किया जा सके।

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