नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा चार्जशीट दाखिल किए जाने के विरोध में शुक्रवार को भारतीय युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पटना में जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं के एक समूह ने रेलवे ट्रैक पर उतरकर ट्रेन को रोक दिया, जिससे कुछ समय के लिए रेल सेवाएं बाधित रहीं।
प्रदर्शनकारी “ईडी-शाही नहीं चलेगी!” जैसे नारे लगाते हुए पार्टी के झंडे लहरा रहे थे। वे एक खड़ी ट्रेन पर चढ़ गए, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें वहां से हटाया। यह विरोध प्रदर्शन कांग्रेस के उन आरोपों की पृष्ठभूमि में हुआ है, जिनमें पार्टी ने मोदी सरकार पर राजनीतिक द्वेष के चलते विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।
यह प्रदर्शन 15 अप्रैल को ED द्वारा सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा, सुमन दुबे और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत अभियोजन शिकायत (चार्जशीट) दायर करने के बाद हुआ। इस मामले की अगली सुनवाई 25 अप्रैल को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में निर्धारित है।
इस घटनाक्रम पर भाजपा ने भी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह पार्टी “बार-बार अपराध करने” की दोषी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस खुद को कानून से ऊपर समझती है, लेकिन अब कानून अपना काम करेगा।
पटना में हुआ यह प्रदर्शन कांग्रेस के भीतर और युवा कार्यकर्ताओं के बीच केंद्र सरकार के खिलाफ बढ़ते असंतोष का संकेत देता है। पार्टी का कहना है कि नेशनल हेराल्ड मामला महज एक राजनीतिक हथकंडा है, जिसके ज़रिए विपक्ष को दबाने की कोशिश की जा रही है।
