Monday, May 26, 2025

क्या इज़राइल-फिलिस्तीन युद्ध विराम संभव है

18 मई को इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक अहम बयान जारी करते हुए कहा कि कतर की राजधानी दोहा में मौजूद इज़राइली वार्ताकार वर्तमान में दो अहम प्रस्तावों पर विचार कर रहे हैं — पहला, एक अल्पकालिक युद्ध विराम का प्रस्ताव, और दूसरा, गाज़ा संघर्ष को पूर्ण रूप से समाप्त करने के लिए एक व्यापक समझौता।

युद्ध के समापन की संभावनाएं

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, “प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार, इस समय भी दोहा में वार्ता दल संभावित समझौते के हर पहलू पर विचार कर रहा है — चाहे वह ‘विटकॉफ रूपरेखा’ के तहत हो या युद्ध के समापन के किसी अन्य ढांचे के अंतर्गत, जिसमें सभी बंधकों की रिहाई, हमास आतंकवादियों का निर्वासन और गाज़ा पट्टी का निरस्त्रीकरण शामिल है।”

क्या है ‘विटकॉफ रूपरेखा’?

‘विटकॉफ रूपरेखा’ का संबंध अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ द्वारा सुझाए गए एक प्रस्ताव से है। इस योजना में एक चरणबद्ध प्रक्रिया की कल्पना की गई है — शुरुआत एक अस्थायी युद्ध विराम और इज़राइली बंधकों की रिहाई से होगी। इसके बाद फिलिस्तीनी सुरक्षा कैदियों की रिहाई और स्थायी युद्धविराम के लिए वार्ता की जाएगी, जिससे दोनों पक्षों के बीच भरोसे की बहाली संभव हो सके।

नेतन्याहू के बदले हुए सुर

अब तक प्रधानमंत्री नेतन्याहू किसी भी स्थायी युद्धविराम के खिलाफ रहे हैं, खासकर यदि उसमें हमास की सैन्य और शासन शक्ति को नष्ट करने की कोई गारंटी न हो। उनके पिछले बयान सिर्फ 45 दिनों के सीमित युद्धविराम की अनुमति देते थे, जो लगभग 10 इज़राइली बंधकों की रिहाई पर आधारित था।

हालांकि, अब नेतन्याहू के कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि कोई भी अंतिम समझौता तभी स्वीकार्य होगा जब वह इज़राइल के दीर्घकालिक युद्ध लक्ष्यों को पूरा करता हो: “सभी बंधकों की रिहाई, हमास आतंकवादियों का निर्वासन और गाज़ा पट्टी का निरस्त्रीकरण।”

बयान में यह भी बताया गया कि प्रधानमंत्री की “सैन्य और कूटनीतिक दबाव” की रणनीति के कारण अब तक 197 बंधकों की वापसी संभव हो पाई है। उन्होंने कहा, “सरकार शेष 58 बंधकों की वापसी के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।”

भीतर से मतभेद

हालांकि, नेतन्याहू की इस संभावित योजना पर सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर ही एकराय नहीं है। इज़राइल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-ग्वीर ने इस रूपरेखा को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “हमास को हराए बिना युद्ध को समाप्त करने की कोई भी रूपरेखा – न तो स्वीकार की जाएगी और न ही स्वीकार्य होगी।”

इस स्थिति से यह स्पष्ट होता है कि युद्धविराम की संभावना पर विचार तो चल रहा है, लेकिन इज़राइली सरकार के भीतर मतभेद और हमास की प्रतिक्रिया इस दिशा में कोई भी प्रगति तय करेंगे।

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