Tuesday, October 28, 2025

कोविड मामलों में वृद्धि के बीच PM मोदी से मुलाकात से पहले मंत्रियों को कराना होगा RT-PCR टेस्ट

भारत में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए एक अहम फैसला लिया गया है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले किसी भी केंद्रीय मंत्री या अधिकारी को पहले RT-PCR टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय बढ़ते मामलों के मद्देनज़र लिया गया है ताकि किसी भी प्रकार की सावधानी में कोई कोताही न हो।

यह निर्देश ऐसे समय आया है जब बुधवार शाम प्रधानमंत्री के आवास पर दिल्ली के मुख्यमंत्री समेत भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी और कई मंत्री उनसे मुलाकात करने वाले हैं। बताया गया है कि PM से मिलने वाले सभी लोगों को कोविड टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी। यही नियम पीएम की किसी भी रैली के दौरान मंच पर मौजूद सभी अधिकारियों पर भी लागू होगा।

देश में बढ़े कोविड के सक्रिय मामले
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में इस समय कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 7,121 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर शुक्रवार को जारी आंकड़ों में बताया गया कि बीते 24 घंटों में सक्रिय मामलों की संख्या में 306 की वृद्धि हुई है।

राज्यवार स्थिति की बात करें तो केरल सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 2,223 सक्रिय मामले हैं। इसके बाद गुजरात में 1,223, दिल्ली में 757 और पश्चिम बंगाल में 747 मामले दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र में फिलहाल 615 सक्रिय मरीज हैं। कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में क्रमशः 459 और 229 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा तमिलनाडु में 204, हरियाणा में 125, आंध्र प्रदेश में 72, मध्य प्रदेश में 65, पुडुचेरी में 10 और गोवा में छह एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं।

जनवरी से अब तक 74 मौतें
कोरोना संक्रमण के कारण जनवरी 2025 से अब तक कुल 74 लोगों की मौत हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस वायरस से सबसे ज्यादा खतरा बुज़ुर्गों को है, खासकर उन्हें जो पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं।

हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अभी तक सामने आए संक्रमण के अधिकांश मामले हल्के हैं और घबराने की कोई जरूरत नहीं है।

नए वेरिएंट्स की पहचान
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने जानकारी दी है कि देश के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में जीनोम अनुक्रमण के जरिए जो सैंपल परीक्षण किए गए हैं, उनमें ओमिक्रॉन के नए सब-वेरिएंट्स की पुष्टि हुई है।

ICMR के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने बताया कि वर्तमान में देश में पाए जा रहे वेरिएंट्स में एलएफ.7 (LF.7), एक्सएफजी (XFG), जेएन.1 (JN.1) और एनबी.1.8.1 (NB.1.8.1) शामिल हैं। ये सभी ओमिक्रॉन के ही सब-वेरिएंट हैं, जिनमें से कुछ वेरिएंट्स पहले 2022 की कोविड लहर के लिए जिम्मेदार माने गए थे।

राज्यों को अलर्ट पर रहने की सलाह
देश भर के राज्यों को सतर्कता बरतने और निगरानी मजबूत करने की सलाह दी गई है। खासतौर पर भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में मास्क पहनने और हाथ धोने जैसी बुनियादी सावधानियों पर जोर दिया गया है।

सरकार का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन एहतियात बरतना जरूरी है ताकि किसी भी संभावित खतरे को टाला जा सके।

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