केरल के कोट्टायम जिले में एक उद्योगपति और उनकी पत्नी की नृशंस हत्या के एक दिन बाद, पुलिस ने बुधवार को इस दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी को त्रिशूर जिले से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान असम के तिनसुकिया जिले के निवासी अमित उरांग के रूप में हुई है, जो पहले व्यवसायी टीके विजयकुमार के यहां कार्यरत था।
उद्योगपति टीके विजयकुमार (71) और उनकी पत्नी मीरा (67) मंगलवार की सुबह कोट्टायम के तिरुवथुक्कल स्थित अपने आलीशान घर के अलग-अलग कमरों में खून से लथपथ मृत पाए गए थे। उनके शव सबसे पहले घर के नौकर ने देखे, जिसने तुरंत स्थानीय लोगों और पुलिस को इसकी सूचना दी।
कोट्टायम के पुलिस प्रमुख शाहुल हमीद ने जानकारी दी, “हमने अमित उरांग को गिरफ्तार कर लिया है और हमारा मानना है कि वह इस हत्या का मुख्य और संभवतः एकमात्र आरोपी है। उसे विजयकुमार ने अपने घर और शहर के इंद्रप्रस्थम ऑडिटोरियम में काम पर रखा था।”
पुलिस का मानना है कि यह हत्या पुरानी रंजिश का नतीजा हो सकती है। दरअसल, पिछले साल सितंबर में विजयकुमार ने अमित उरांग के खिलाफ मोबाइल चोरी और वित्तीय लेन-देन में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद उरांग को गिरफ्तार किया गया था और वह नवंबर से अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में रहा। जेल में रहने के दौरान उसकी गर्लफ्रेंड ने उससे रिश्ता तोड़ लिया, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हो गया था। पुलिस को शक है कि यही घटनाएं हत्या का कारण बनीं।
हत्या के बाद उरांग ने कोट्टायम शहर के एक होटल में कमरा लिया, फिर एर्नाकुलम के लिए ट्रेन पकड़ी। इसके बाद वह पेरुंबवूर और माला के लिए बसों में सफर करता रहा। अंततः उसे माला में अंतर-राज्यीय श्रमिकों के एक शिविर से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अधिकारी ने पुष्टि की कि तिरुवथुक्कल स्थित घर में पाए गए फिंगरप्रिंट्स, और हत्याओं में प्रयुक्त हथियार – एक बिलहुक – पर मिले फिंगरप्रिंट्स, दोनों ही अमित उरांग से मेल खाते हैं। इसके अलावा, घटना के समय घर के आसपास उसकी गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है।
पुलिस इस केस में आगे की पूछताछ कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही पूरे घटनाक्रम का विस्तृत खुलासा किया जा सकेगा।
