बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर, जिन्होंने आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, ने हाल ही में फिल्म की बॉक्स ऑफिस असफलता पर अपने विचार साझा किए। करीना ने बताया कि कैसे आमिर खान इस असफलता से बेहद प्रभावित हुए और उन्होंने इस अनुभव को “दिल तोड़ने वाला” बताया।
करीना, विक्की कौशल, राजकुमार राव, शबाना आज़मी और अन्ना बेन के साथ हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया के एक सेगमेंट में शामिल हुईं। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि फिल्म की असफलता के बाद उन्होंने आमिर खान और निर्देशक अद्वैत चंदन से संपर्क किया।
करीना ने इस बातचीत में इस बात पर जोर दिया कि वह फिल्म का हिस्सा बनकर बेहद गर्व महसूस करती हैं और इसे “खूबसूरत और ईमानदार” फिल्म बताया। उन्होंने आमिर खान को “एक दिग्गज और महान कलाकार” कहा। करीना ने कहा, “बेशक, आमिर खान टूट गए थे, लेकिन उन्होंने इस फिल्म के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया।”
करीना ने उस मजाकिया पल को भी याद किया जब आमिर ने उनसे कहा था, “पिक्चर नहीं चली हमारी ना, तू बात तो करेगी ना मुझसे?” इस पर करीना ने मुस्कराते हुए कहा कि आमिर का यह अंदाज उन्हें बेहद पसंद आया।
करीना ने अपने किरदार रूपा के बारे में भी बात की और बताया कि इस भूमिका ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि रूपा ने मुझे सिंघम (अगेन) की तुलना में कहीं ज़्यादा कुछ सिखाया है।” जब दिग्गज अभिनेत्री शबाना आज़मी ने उनसे और विस्तार से बताने के लिए कहा, तो करीना ने कहा कि अद्वैत चंदन ने रूपा के किरदार को बेहद खूबसूरती से लिखा है, जिसने उन्हें इस भूमिका में पूरी तरह से उतरने का मौका दिया।
उन्होंने कहा, “लाल सिंह चड्ढा को पूरे दिल से बनाया गया था। हर किसी ने अपना 100% दिया। हमें नहीं लगा था कि यह 500 करोड़ रुपये कमाएगी। यह फिल्म कहानी की ईमानदारी और भावना के लिए बनाई गई थी।”
करीना ने अपनी दूसरी गर्भावस्था से जुड़ा एक प्यारा किस्सा भी साझा किया। उन्होंने कहा कि उनके पति सैफ अली खान ने उन्हें आमिर को यह खुशखबरी बताने के लिए प्रोत्साहित किया। आमिर की प्रतिक्रिया को याद करते हुए करीना ने कहा, “आमिर ने मुझसे कहा, ‘मैं तुम्हारे लिए खुश हूँ। हम तुम्हारा इंतजार करेंगे और फिल्म साथ में पूरी करेंगे।’”
करीना और आमिर इससे पहले 3 इडियट्स में भी साथ काम कर चुके हैं। करीना हाल ही में सिंघम अगेन में नजर आई थीं, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट किया कि “लाल सिंह चड्ढा” उनके लिए एक खास और यादगार अनुभव रहा।