कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की प्रसिद्ध अभिनेत्री रान्या राव का नाम हाल ही में एक बड़े सोने की तस्करी मामले में सामने आया है। दुबई से बेंगलुरु लौटने के दौरान, राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने उन्हें रोककर जांच की, जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ। रान्या के पास से 14.2 किलोग्राम सोने के बार बरामद हुए, जिनकी अनुमानित कीमत ₹12.56 करोड़ है।
घर की तलाशी में मिले करोड़ों के गहने और नकदी
DRI द्वारा की गई विस्तृत जांच के दौरान, अधिकारियों ने रान्या राव के घर की तलाशी ली, जिसमें ₹2.06 करोड़ के सोने के आभूषण और ₹2.67 करोड़ की नकदी भी बरामद की गई। पूछताछ में रान्या ने यह स्वीकार किया कि वह पहली बार सोने की तस्करी कर रही थी और उसने यह तकनीक YouTube से सीखी थी। हालांकि, उसने दावा किया कि इससे पहले उसने कभी ऐसी किसी गैरकानूनी गतिविधि में हिस्सा नहीं लिया।
हिरासत में सहयोग न करने का आरोप
रान्या राव को पूछताछ के लिए तीन दिन की DRI हिरासत में रखा गया था, लेकिन अधिकारियों का आरोप है कि उन्होंने पूरी तरह से सहयोग नहीं किया। इस बीच, आर्थिक अपराधों से संबंधित विशेष अदालत ने उनकी जमानत याचिका पर शुक्रवार तक फैसला सुरक्षित रखा है।
एयरपोर्ट प्रोटोकॉल का गलत फायदा उठाने का आरोप
मामले की सुनवाई के दौरान, विशेष लोक अभियोजक (SPP) ने बताया कि रान्या राव ने हवाई अड्डे के उच्च-स्तरीय प्रोटोकॉल का फायदा उठाकर सुरक्षा जांच को दरकिनार किया। जांच के दौरान एक प्रोटोकॉल अधिकारी ने स्वीकार किया कि उसने पुलिस विभाग के निर्देशों के तहत रान्या की सुरक्षा मंजूरी में मदद की थी। इस खुलासे के बाद, रान्या और कुछ प्रभावशाली राजनीतिक मंत्रियों के बीच सांठगांठ की संभावनाओं पर भी अटकलें लगाई जा रही हैं।
उपमुख्यमंत्री ने राजनीतिक संलिप्तता को अफवाह बताया
इस पूरे मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप की संभावना को लेकर चर्चाओं का दौर तेज हो गया। हालांकि, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने इन दावों को खारिज कर दिया और इसे विपक्षी पार्टी भाजपा की साजिश बताया। उन्होंने कहा, “यह मात्र एक अफवाह है। कोई भी मंत्री किसी अपराध का समर्थन नहीं करता।”
मुख्यमंत्री ने दिए आंतरिक जांच के आदेश
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस घटना में प्रोटोकॉल नियमों के कथित दुरुपयोग की जांच के आदेश दे दिए हैं। आरोपों के अनुसार, रान्या के सौतेले पिता रामचंद्र राव, जो कर्नाटक पुलिस हाउसिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन में डीजीपी पद पर हैं, ने प्रोटोकॉल अधिकारी को प्रभावित किया हो सकता है। हालांकि, जांच अभी जारी है और डीआरआई व सीबीआई दोनों एजेंसियां इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं।
एयरपोर्ट सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना ने केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (बेंगलुरु) की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कई प्रमुख नेताओं ने आश्चर्य जताया कि इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद इतनी बड़ी मात्रा में सोना कैसे लाया गया। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, “जब मैं दुबई से लौटा था, तो एयरपोर्ट पर मुझसे मेरी अंगूठी, घड़ी और बेल्ट तक उतरवा ली गई थी। फिर यह कैसे संभव हुआ कि 14 किलो सोना बिना किसी बाधा के निकल गया?”
रिपोर्ट का इंतजार
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रोटोकॉल विशेषाधिकारों के दुरुपयोग को लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरव गुप्ता को जांच सौंपी है। अब सभी की निगाहें इस गोपनीय रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे इस पूरे मामले की असली सच्चाई सामने आ सकती है।
इस घटना ने कर्नाटक सरकार, सुरक्षा एजेंसियों और हवाई अड्डों के सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि जांच में क्या निष्कर्ष निकलते हैं और क्या रान्या राव व अन्य शामिल लोगों पर कोई ठोस कार्रवाई होती है या नहीं।