केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को आतंकवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रतीक बताया। नॉर्थ ब्लॉक में एक नए मल्टी-एजेंसी सेंटर (MAC) का उद्घाटन करते हुए शाह ने कहा कि यह ऑपरेशन भारत की खुफिया एजेंसियों की सटीक जानकारी और तीनों सशस्त्र बलों की असाधारण हमलावर क्षमता का प्रमाण है।
शाह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर प्रधानमंत्री मोदी की अटूट राजनीतिक इच्छाशक्ति, हमारी एजेंसियों की उत्कृष्ट खुफिया जानकारी और सेना, वायुसेना और नौसेना की बेजोड़ समन्वित शक्ति का प्रतीक है। यह भारत की सुरक्षा प्रणाली की शक्ति और तत्परता को दर्शाता है।”
गौरतलब है कि मल्टी-एजेंसी सेंटर की स्थापना 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद की गई थी। इसका उद्देश्य देश की विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों और कानून प्रवर्तन संस्थाओं के बीच समय पर खुफिया जानकारी साझा करना है, ताकि आतंकवाद और अन्य राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी खतरों से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।
शाह ने आगे कहा, “नया MAC एक सहज और एकीकृत मंच प्रदान करेगा, जिससे आतंकवाद, उग्रवाद, संगठित अपराध और साइबर हमलों जैसी राष्ट्रीय सुरक्षा की जटिल चुनौतियों से निपटने में समन्वय और क्षमता दोनों मजबूत होंगे।”
केंद्रीय गृह मंत्री ने छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर कर्रेगट्टालू पहाड़ियों में हाल ही में चलाए गए बड़े माओवादी विरोधी अभियान का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) के बीच उत्कृष्ट समन्वय और रणनीतिक योजना का परिणाम था। उन्होंने यह भी बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान इसी तरह की तालमेलभरी कार्यवाही देखने को मिली, जिसने भारतीय खुफिया एजेंसियों और सशस्त्र बलों की असली क्षमताओं को दुनिया के सामने रखा।
इसके अलावा, अमित शाह ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) को माउंट मकालू (8,485 मीटर) — जो विश्व की पांचवीं सबसे ऊंची चोटी है — पर सफल चढ़ाई के लिए बधाई दी। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “कठिन मौसम की परिस्थितियों का सामना करते हुए, आईटीबीपी के जवानों ने न केवल चोटी पर तिरंगा फहराया, बल्कि स्वच्छ भारत अभियान से प्रेरित होकर एक सफाई अभियान भी चलाया और 150 किलोग्राम कचरा हटाया।”
अमित शाह के इन वक्तव्यों ने स्पष्ट किया कि सरकार न केवल देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर है, बल्कि हर स्तर पर समन्वय और संकल्प के साथ काम कर रही है, जिससे भारत वैश्विक स्तर पर अपनी रणनीतिक क्षमताओं को प्रभावशाली तरीके से प्रदर्शित कर रहा है।

