बॉलीवुड अभिनेत्री ऋद्धि डोगरा उन चुनिंदा कलाकारों में से हैं जिन्होंने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के कंटेंट और कलाकारों के विरोध में खुलकर अपनी आवाज़ उठाई। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे और एक नेपाली नागरिक भी शामिल था।
ऋद्धि डोगरा, जो फवाद खान और वाणी कपूर अभिनीत आगामी रोमांटिक-ड्रामा फिल्म अबीर गुलाल का हिस्सा थीं, ने देश की मौजूदा संवेदनशील स्थिति को देखते हुए खुद ही इस फिल्म की रिलीज़ का विरोध किया। उन्होंने बताया कि भारत के पक्ष में बोलने पर उन्हें सोशल मीडिया पर धमकियां मिलने लगीं।
हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में ऋद्धि ने कहा, “मैंने फिल्म के संदर्भ में अपने देश के लिए आवाज़ उठाई, और अचानक मुझे धमकाया जाने लगा कि ‘अरे, उसने तो फवाद खान के साथ काम किया है’। लेकिन मैं अपने स्टैंड पर अडिग रही। मुझे मत धमकाओ। मैं भी इस देश की एक नागरिक हूं, उतनी ही अधिकार रखती हूं जितना कोई और। जब मैंने वो फिल्म की थी, तब मैंने पूरी तरह से देश के कानूनों और नियमों का पालन किया था। मैंने कुछ भी गैरकानूनी नहीं किया। और आज जब हालात ऐसे हैं, तो मैं अपने देश और हमारे सशस्त्र बलों के साथ खड़े रहना चाहती हूं। यह मेरी जिम्मेदारी है — सिर्फ इसलिए नहीं कि मैं कोई सेलिब्रिटी हूं, बल्कि इसलिए कि हर नागरिक का एक स्वर होता है, और वह अहम है।”
ऋद्धि की तरह ही अभिनेता हर्षवर्धन राणे ने भी पाकिस्तान से जुड़े कलाकारों को लेकर अपनी राय खुलकर रखी। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तानी अभिनेत्री मावरा होकेन सनम तेरी कसम 2 का हिस्सा होतीं, तो वे फिल्म में काम नहीं करते। मावरा ने उनके बयान को “पीआर रणनीति” बताया। इसके जवाब में हर्षवर्धन ने मावरा की बात को “व्यक्तिगत हमला” करार दिया। बाद में प्रोडक्शन हाउस ने स्पष्ट किया कि मावरा सीक्वल का हिस्सा नहीं होंगी, हालांकि फिल्म के पहले भाग में उनके किरदार की मृत्यु हो चुकी थी।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद कई बॉलीवुड हस्तियों को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उन्होंने इस दर्दनाक घटना पर तो प्रतिक्रिया दी, लेकिन पाकिस्तान का नाम लेकर निंदा नहीं की। वहीं, कुछ कलाकार जैसे कि अभिनेत्री प्रीति ज़िंटा — जिनके पिता भारतीय सेना में थे — ने इस आतंकी हमले के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया दी और स्पष्ट शब्दों में अपनी भावनाएं साझा कीं।
इस पूरे विवाद ने बॉलीवुड में राष्ट्रवाद, कलाकारों की ज़िम्मेदारी और पाकिस्तान से जुड़े सांस्कृतिक संबंधों को लेकर एक नई बहस को जन्म दे दिया है।

