हैदराबाद में तेलुगु सुपरस्टार अल्लू अर्जुन के घर में प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई तोड़फोड़ के कारण उनके बच्चों, अल्लू अरहा और अल्लू अयान, को घर से सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। यह घटना उस समय हुई जब प्रदर्शनकारी, 4 दिसंबर को संध्या थिएटर में भगदड़ में जान गंवाने वाली एक महिला के लिए न्याय की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों, जो उस्मानिया यूनिवर्सिटी जॉइंट एक्शन कमेटी (OU-JAC) के सदस्य बताए जा रहे हैं, ने अल्लू अर्जुन की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
बच्चों को सुरक्षित निकाला गया
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दिख रहा है कि अल्लू अरहा और अल्लू अयान को परिवार के अन्य सदस्यों के साथ एक कार में बिठाकर घर से बाहर निकाला गया। इस दौरान मीडिया ने कार को घेर लिया और वीडियो में अरहा को चिंतित मुद्रा में देखा गया।
अल्लू अर्जुन के पिता का बयान
अल्लू अर्जुन ने इस घटना पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनके पिता, निर्माता अल्लू अरविंद, ने मीडिया से बात की और घटना की निंदा की। उन्होंने कहा, “आज हमारे घर पर जो कुछ हुआ, उसे सभी ने देखा है। लेकिन अभी संयम बनाए रखना जरूरी है। पुलिस ने हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। “कानून अपना काम करेगा,” उन्होंने कहा और मामले को मीडिया के सामने अधिक बढ़ावा न देने की अपील की।
छह प्रदर्शनकारी गिरफ्तार
पुलिस ने प्रदर्शन के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
घटना का पृष्ठभूमि
4 दिसंबर को हैदराबाद के संध्या थिएटर में फिल्म “पुष्पा 2” के प्रीमियर के दौरान भगदड़ मच गई। हजारों प्रशंसक अभिनेता अल्लू अर्जुन की एक झलक पाने के लिए वहां जमा हुए थे। इस भगदड़ में एक 35 वर्षीय महिला की मौत हो गई और उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया।
इस घटना के बाद, मृतक महिला के परिवार ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने अल्लू अर्जुन, उनकी सुरक्षा टीम और थिएटर प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया।
अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी और रिहाई
13 दिसंबर को, इस घटना के सिलसिले में अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, उसी दिन तेलंगाना उच्च न्यायालय ने उन्हें चार हफ्तों की अंतरिम जमानत दे दी। 14 दिसंबर को उन्हें हिरासत से रिहा कर दिया गया।
इस पूरी घटना ने अल्लू अर्जुन और उनके परिवार के लिए गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है, जबकि कानून के तहत मामले की जांच जारी है।