अमेरिका का होमलैंड सुरक्षा विभाग (DHS) H-1B वीज़ा कार्यक्रम में बड़े बदलाव कर रहा है। 20 मार्च 2025 से FLAG (विदेशी श्रम एक्सेस गेटवे) सिस्टम में पांच साल से पुराने रिकॉर्ड हटाए जाएंगे। नियोक्ताओं को 19 मार्च 2025 से पहले ज़रूरी डेटा डाउनलोड करने की सलाह दी गई है।
वीजा प्रक्रिया में तेजी:
अब H-1B, H-1B1, H-2A, H-2B, E-3 और PERM (स्थायी श्रम प्रमाणन) जैसे सभी वीजा आवेदन FLAG सिस्टम में स्टोर होंगे। DHS ने फॉर्म I-129 का नया संस्करण जारी किया है, जो 17 जनवरी 2025 से अनिवार्य होगा।
मार्च में H-1B पंजीकरण:
वित्तीय वर्ष 2026 के लिए H-1B पंजीकरण 7 मार्च से 24 मार्च 2025 तक होगा। चुने गए आवेदकों को USCIS द्वारा सूचना दी जाएगी, जिसके बाद वे पूरी याचिका जमा कर सकते हैं।
आव्रजन नीतियों में बदलाव:
विदेश सचिव मार्को रुबियो ने आव्रजन नीतियों को “विदेशी मामलों” का हिस्सा मानने का प्रस्ताव रखा है। अगर यह लागू होता है, तो नीतियों में बदलाव बिना सार्वजनिक चर्चा के हो सकते हैं, जिससे H-1B धारकों को अचानक और अप्रत्याशित परिवर्तन का सामना करना पड़ सकता है।
नियोक्ताओं के लिए क्या जरूरी है:
इन परिवर्तनों के साथ, नियोक्ताओं को नीतियों के बारे में अपडेट रहना चाहिए और नए नियमों के अनुसार अपनी रणनीति बनानी चाहिए।
ये बदलाव अंतरराष्ट्रीय प्रतिभाओं को जल्दी भर्ती करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन भारतीय नागरिकों और H-1B धारकों के लिए चुनौतियां भी ला सकते हैं। भविष्य के लिए, आधिकारिक USCIS और DHS वेबसाइट्स पर नज़र रखना जरूरी है।

